शासकीय महाविद्यालय कुरई की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने निकाली टीबी जागरूकता रैली
सिवनी। शासकीय महाविद्यालय कुरई की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के विशेष शिविर के चतुर्थ दिवस दिनांक 24/03/2022 को स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विश्व टीबी दिवस मनाया गया। इस दौरान सीनियर टीबी लैब सुपरवाइजर संत कुमार धुर्वे, ट्रीटमेंट सुपरवाइजर विलास वानखेड़े, सुपरवाइजर वेगेंद्र लाडे, सीएचओ पाटन प्रीति विश्वकर्मा, ने स्वयंसेवकों व ग्रामीणों में टीबी जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से अपनी गरिमामयी उपस्थिति प्रदान की। इस दौरान कार्यक्रम अधिकारी प्रो. पंकज गहरवार ने कहा कि विश्व टीबी दिवस टीबी या तपेदिक से होने वाले हानिकारक प्रभावों के सम्बंध में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता हैं। आइए इस गम्भीर बीमारी के प्रति सावधान होकर रोकथाम व उपचार को जाने तथा आमजन को भी जागरूक करें। इस दौरान ट्रीटमेंट सुपरवाइसर ने बताया कि हर साल 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस मनाया जाता हैं। इस साल विश्व टीबी दिवस की थीम " इन्वेस्ट टू एंड टीबी सेव लाइफ" यानि टीबी को साफ करने के लिए निवेश करें। विश्व टीबी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य हैं कि लोगों को टीबी के बारे में बताने के साथ यह जानकारी भी दी जाए कि टीबी का उनके स्वास्थ्य समाज और देश की अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ रहा हैं।इस दौरान सहायक कार्यक्रम अधिकारी तीजेश्वरी पारधी ने बताया कि 24 मार्च 1882 को रॉबर्ट कोच ने टीबी के बैक्टेरिया माइक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस रॉबर्ट कोच ने टीबी के बैक्टीरिया - माइक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस की खोज की। उनकी यह खोज आगे चलकर टीबी के निदान और इलाज में बहुत मददगार साबित हुई।बौद्धिक चर्चा में आगे संत कुमार धुर्वे ने बताया कि टीबी एक घातक संक्रामक बीमारी हैं। जो कि मैक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस जीवाणु की वजह से होती हैं। टीबी आमतौर पर ज्यादातर फेफड़ों पर हमला करता हैं।लेकिन यह फेफड़ों के अलावा शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित कर सकता हैं। यह रोग हवा के माध्यम से फैलता हैं। विशेष शिविर के दौरान स्वयंसेवकों द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छता अभियान चलाकर सिंगल यूज प्लास्टिक एकत्रित कर हैंडपम्प के आसपास साफ सफाई की। इस विशेष शिविर को सफल बनाने में समाजसेवी हसीब खान, समाजसेवी सुनील बिसेन अँजेलाल विश्वकर्मा, दुर्गा गिरी, रेहाना खान, अनस, शैलेश, ज्योति डहरवाल, पूजा वट्टी, रोहित पन्द्रे का विशेष सहयोग मिल रहा। निश्चित ही शिविर अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर रहा हैं।
केएमबी न्यूज़ से अंजे लाल विश्वकर्मा की रिपोर्ट
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