आठ माह के मासूम अनमय को बचाने को उठे हजारों हाथ
केएमबी रूकसार अहमद
सुलतानपुर। आठ माह का मासूम अनमय एक बेहद गंभीर बीमारी मस्कुलर एट्रोफी से पीड़ित है। इसके इलाज के 16 करोड़ के इंजेक्शन की जरूरत है जबकि अनमय के माता-पिता सामान्य पृष्ठभूमि से आते हैं जिनके लिए इतनी भारी भरकम राशि जुटा पाना असम्भव है। इसलिए अनमय के माता पिता ने बच्चे को बचाने के लिए सोशल मीडिया पर लोगो से मदद मांगी है। अनमय के जीवन को बचाने के लोग मदद भी कर रहे फिर भी अभी तक यह भारी भरकम राशि मिल नहीं पाई है। डाक्टरों ने बताया कि इस बीमारी से ग्रसित बच्चे के इलाज में कारगर इंजेक्शन की कीमत 16 करोड़ रुपये है। कई समाजसेवी संस्थाएं व समाजसेवी लोग अनमय को बचाने की अपील के साथ मदद भी कर रहे हैं। इस बीच कई मंत्री व विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से भी मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद के लिए पत्र लिखा है लेकिन अभी तक शासन स्तर पर इसका निर्णय नहीं हो सका है। विदित रहे कि सौरमऊ निवासी सुमित सिंह के अनुसार जब बेटा तीन माह का था तो उसके हाथ और पैर में हरकतें कम दिखने लगीं तो उसे किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ में दिखाना शुरू किया। दो-तीन महीने तक इलाज कराने के बाद उसके स्वास्थ्य में सुधार न होने से उसे सर गंगा राम हास्पिटल नई दिल्ली में दिखाया तो 29 जुलाई को पता चला कि अनमय को स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप-वन नामक बीमारी है। डाक्टरों ने बताया कि इस गंभीर बीमारी से ग्रसित बच्चा दो साल से ज्यादा जीवित नहीं रह पाता। इसे बच्चे को बचाने के लिए16 करोड़ रुपये के इंजेक्शन की जरूरत है। 16 करोड़ सुनते ही अनमय के माता पिता के पैर के नीचे की जमीन खिसक गई। लाचार पिता सुमित ने अपने बच्चे को बचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। बच्चे का जीवन बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई। सोशल मीडिया पर सुमित की दर्दभरी पुकार के बाद लोग उनके इस अभियान का हिस्सा बनने लगे। अनमय को बचाने के अभियान में कई समाज संस्थाये, समाजसेवी लोग व जनप्रतिनिधि भी शामिल हो गए हैं। अनमय की मां की मांग पर जिलाधिकारी सुल्तानपुर ने भी मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 16 करोड़ रुपये की सहायता दिलाने के लिए मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। केएमबी न्यूज़ की ईश्वर से प्रार्थना है की अनमय को जल्द से जल्द स्वस्थ करें।
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