शासकीय महाविद्यालय कुरई में 15 सितंबर, गुरुवार को मनाया गया लोकतंत्र दिवस
सिवनी। शासकीय महाविद्यालय कुरई, सिवनी (मप्र) में 15 सितंबर दिन गुरुवार को राजनीति शास्त्र विभाग व स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना के संयुक्त तत्वाधान में प्राचार्य बीएस बघेल की गरिमामयी उपस्थिति में अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय में विविध प्रतियोगिता जैसे पोस्टर, निबंध, भाषण, नारा लेखन आयोजित हुई। कार्यक्रम की सहप्रभारी तीजेश्वरी पारधी ने कहा कि इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को लोकतंत्र के लिए जागरूक करना हैं। इसके तहत दुनिया के हर कोने में सुशासन लागू करना हैं। अंग्रेजी विभागप्रमुख सारंग लडविकर ने विद्यार्थियों को बताया की इस दिवस की शुरुआत 2007 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा की गई। सबसे पहले 2008 में अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया गया। कार्यक्रम प्रभारी प्रो. पंकज गहरवार ने बताया कि 19 वी शताब्दी के आरंभ से लोकतंत्र का आंदोलन काफी तेज हुआ। राजतंत्र व अधिनायकतंत्र समाप्त होते चले गए और उनका स्थान प्रजातंत्र लेता गया। ऐसे में लोकतंत्र शासन का श्रेष्ठतम रूप बन गया। लोकतंत्र के तीन आदर्श स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व हैं, जो फ्रांस की राज्यक्रांति 14 जुलाई 1789 से निकले थे। इन्ही से प्रजातंत्र की आधारशिला रखी गयी। भारत में लोकतंत्र एक जीवनशैली और एक समावेशी विचारधारा के रूप में रहा हैं। प्रतिभावान छात्रा किममी पराते ने अमेरिका के 16 वे राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की लोकतंत्र पर दी गयी सबसे सुंदर और लोकप्रिय परिभाषा को साझा करते हुए बताया कि "लोकतंत्र जनता का, जनता के लिये, जनता के द्वारा शासन हैं।" इस दिवस के परिप्रेक्ष्य में छात्रा आस्था डहरवाल व मोहिनी बनस्कार ने पोस्टर व नारा लेखन कर जनता को बताया कि लोकतंत्र आज का युगधर्म बन गया हैं। इस दिवस को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ से डॉ कंचनबाला डावर, डॉ श्रुति अवस्थी, डॉ रविन्द्र अहिरवाल का योगदान रहा। कैरियर मित्र विद्यार्थी शिफा अंजुम, रेहाना खान, निकिता नागवंशी, दुर्गा गिरी, चंद्रिका रजक इत्यादि ने "लोकतंत्र अमर रहे " के नारे लगाए।
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