सामान्य से कम बारिश होने के कारण प्रदेश को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित किया जाए
राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर भाकियू ने मुख्यमंत्री को संबोधित मांगपत्र जिलाधिकारी को सौंपा
केएमबी रुखसार हमद
सुल्तानपुर। प्रदेश में सूखे के कारण किसानों की स्थिति को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन राजनैतिक ने उत्तर प्रदेश सरकार से अपेक्षा की गई कि उत्तर प्रदेश में बारिश न होने के कारण किसान या तो पूरी फसल लगा नहीं पाए हैं या फसल बारिश के अभाव में सूखती जा रही है। नहरों में टेल तक पानी न पहुंचने के कारण किसानों की फसलें प्रभावित हो रही हैं। प्रतिकूल मौसम होने के साथ-साथ बिजली की आंख मिचौली के कारण किसान अपनी फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहा है। सूखे के कारण किसानों की फसलों में बीमारियां लग जाने से एक तिहाई फसलें समाप्त हो चुकी हैं। फसल का उत्पादन मुख्य रूप से पानी और बीज पर निर्भर करता है। कभी प्रकृति की मार तो कभी सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान कर्ज में डूबता जा रहा है। इस बार कम बारिश होने के कारण किसान की फसल चौपट हो चुकी है। अतः भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करता है कि उत्तर प्रदेश को तत्काल सूखाग्रस्त घोषित किया जाए, किसानों की सभी तरह की वसूली पर तत्काल प्रभाव से 1 वर्ष के लिए रोक लगाया जाए, वर्तमान सीजन के सभी तरह के कृषि ऋणों पर ब्याज माफ किया जाए, किसानों की बिजली बिल को माफ किया जाए एवं अगली फसल की बुवाई हेतु राहत के रूप में प्रत्येक किसान को ₹10000 प्रति एकड़ के राहत के साथ-साथ निशुल्क बीज उपलब्ध कराया जाए ताकि किसान आगामी फसलों की तैयारी कर उनकी बुआई समय से कर सके।
Tags
विविध समाचार