सरकार के नुमाइंदे ही स्वच्छ भारत मिशन योजना में लगा रहे हैं पलीता
केएमबी खुर्शीद अहमद
अमेठी। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन में सरकार के नुमाइंदे ही पलीता लगा रहे हैं। वैसे तो प्रशासन अपनी तरफ से विकास के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पर यहां तो ढाक के दो पात वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।प्रशासन के तौर-तरीकों को पलीता लगाते हुए सचिव व प्रधान जिम्मेदारों द्वारा विकास की गंगा बहाई जा रही है। भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन के तहत नाली निर्माण को धराशाई किया जा रहा है। पीली इंटो और टुकड़ों से नाली निर्माण कराया जा रहा है। नाली निर्माण में घटिया ईटों का प्रयोग किया जा रहा है।इसकी बानगी आप खुद देख सकते हैं। अमेठी जिले के विकास खंड बाजार शुकुल के ग्राम पंचायत नांदी में सचिव और प्रधान द्वारा धन का बंदरबांट किया जा रहा है। तहसील से लेकर ब्लॉक स्तर तक ग्रामीणों की शिकायतों का निस्तारण नहीं हो रहा है। बिना स्टीमेट के ₹14960 की पेमेंट हो गई है।नाली निर्माण टूटी फूटी पुरानी पीली ईंटो व घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। अब देखना है कि सरदार के नुमाइंदों एवं अचार में लिप्त इन कर्मचारियों पर प्रशासन की नजर कब पड़ती है यह तो भविष्य के गर्भ में है।
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