शासकीय महाविद्यालय कुरई, सिवनी में लगा उद्यमिता शिविर
सिवनी। शासकीय महाविद्यालय कुरई,सिवनी में उच्च शिक्षा विभाग की अभिनव योजना स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना के तत्वाधान में उद्यमिता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ प्राचार्य बीएस बघेल व जनप्रतिनिधियों ने मां सरस्वती का पूजन अर्चन दीप प्रज्वलन व स्वामी विवेकानंद की छायाप्रति पर माल्यार्पण कर किया गया। शिविर में विद्यार्थियों को विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने रोजगार एवं स्वरोजगार की जानकारी दी। विद्यार्थियों ने स्वनिर्मित उत्पादों के 25 स्टॉल लगाए। इस अवसर पर आयोजित कार्यशाला में सफल उद्यमियों को आमंत्रित कर उनके अनुभवों व मार्गदर्शन से विद्यार्थियों को लाभान्वित कराया गया। उन्हें स्वसहायता समूह के गठन के लिए प्रेरित किया गया। इस शिविर से विद्यार्थियों के मनोबल व उत्साह में वृद्धि हुई। इस अवसर पर विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिए जनपद अध्यक्ष लोचन सिंह मर्सकोले, जिला पंचायत सदस्य राकेश सनोडिया, पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामगोपाल जायसवाल, समाजसेवी व जनप्रतिनिधि सईद खान, युवा समाजसेवी हसीब खान, हजारी डहरवाल उपस्थित रहे। शिविर में सफल युवा उद्यमी अंकित मालू ने विद्यार्थियों को उद्यमी बनने के गुण बताए। इसी दिशा में विद्यार्थियों को सरकार की स्वरोजगार योजना की जानकारी महाप्रबंधक जिला उद्योग एवम व्यापार केंद्र आरएस उइके ने राज्य सरकार की स्वरोजगार योजना जैसे मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के बारे में विस्तार से बताया। इस कार्यशाला में अग्रणी जिला प्रबंधक अनिल कुमार ने विद्यार्थियों को स्वरोजगार स्थापना हेतु लोन संबंधी जानकारी दी। इसी दिशा में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सिवनी में पदस्थ राकेश टेकाम ने कहा कि जिंदगी में उम्मीद और हौसला हो तो हम सफल कैरियर बना सकते हैं। आजीविका मिशन से जुड़े एसके डेहरिया ने विद्यार्थियों को स्वसहायता समूह के गठन हेतु प्रेरित किया। इस हेतु एनजीओ के गठन हेतु प्रेरित किया। शिविर के दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने स्टालों में जाकर सामग्री खरीदकर विद्यार्थियों के मनोबल में वृद्धि की। उद्यमिता शिविर में क्षेत्र के गणमान्य नागरिक जिनमे कांता बिसेन, दुर्गेश्वरी साहू, डीपी झारिया, चूणामणि रॉय, हजारी डहरवाल ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। पत्रकारिता जगत से जुड़े महेंद्र देशमुख ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हम अपने कौशल से बेरोजगारी की समस्या को दूर कर सकते हैं। इस शिविर के दौरान मिट्टी शिल्प, बांस शिल्प, काष्ठ शिल्प, पेंटिंग, डोरमैट, स्कैच, हैंडलूम, शोपीस, खाद्य सामग्री ढोकला, कस्टर्ड, साबूदाना, पानीपुरी,भेल, बिजौरे, इडली पेय पदार्थों में शर्बत, चाय, काफी, पानीपुरी से संबंधित स्टॉल लगाए। निश्चित ही शिविर ने अपने उद्देश्यों को प्राप्त किया। कार्यक्रम का समापन टीपीओ पंकज गहरवार ने करते हुए सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों, वक्ताओं, गणमान्य नागरिकों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ श्रुति अवस्थी, डॉ कंचनबाला डावर, तीजेश्वरी पारधी, प्रो.जयप्रकाश मेरावी, डॉ मधु भदौरिया, अवनी शर्मा, अलका नागले, योगेश तिवारी इत्यादि का योगदान रहा।
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