जिला अस्पताल में डॉक्टरों के ओपीडी में न बैठने से अस्पताल की व्यवस्था बदहाल
केएमबी रूकसार अहमद
सुल्तानपुर। जिला चिकित्सालय सुल्तानपुर में रोज एक से एक बढ़कर नया नया कारनामा देखने को मिलता है। शनिवार के दिन जिला अस्पताल में कक्ष संख्या 7 एवं कक्ष संख्या 11 में चिकित्सकों के नदारद रहने पर दूरदराज क्षेत्रों से आए मरीजों एवं उनके तीमारदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ओपीडी कक्ष के बाहर खड़े मरीजों से बात की गई तो मरीजों ने बताया कि सुबह से हम लोग पर्चा बनवाकर लाइन में लगे हुए हैं लेकिन अभी तक यहां पर कोई चिकित्सक नहीं आया और न ही इस आशय की कोई सूचना लगी है कि आज संबंधित कक्ष के चिकित्सक ओपीडी में नहीं बैठेंगे। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि कक्ष संख्या 11 के डॉक्टर वैभव शर्मा ऑपरेशन थिएटर में होंगे और कक्ष संख्या 7 के चिकित्सक डॉ अनिल कुमार कोर्ट के काम से अयोध्या गए हैं। जब उनसे यह पूछा गया कि सैकड़ों की संख्या में मरीज कक्ष संख्या 7 एवं कक्ष संख्या 11 के बाहर खड़े डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में जब संबंधित कक्ष के चिकित्सक को ओपीडी न करना हो या किसी कार्य से बाहर हो अथवा अवकाश पर हो तो संबंधित चिकित्सक के ओपीडी कक्ष पर चिकित्सक के द्वारा ओपीडी में न बैठने की नोटिस चस्पा होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं है। सीएमएस ने कहा बिल्कुल नोटिस चस्पा होनी चाहिए, यदि ऐसा नहीं है तो बहुत गंभीर विषय है। सीएमएस ने डॉक्टर अनिल कुमार के मामले में बताया कि दूरभाष द्वारा मुझको डॉ अनिल ने अवगत कराया था की शनिवार को कोर्ट कोर्ट के काम अयोध्या जाना है जबकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनिल कुमार प्रत्येक शनिवार को ओपीडी कक्ष से गायब रहते हैं। इन चिकित्सकों के ओपीडी कक्ष से गायब रहने पर ओपीडी कक्ष संख्या 1 पर सैकड़ों की संख्या में मरीजों की लाइन लगी देखी गई। यदि यही हाल जिला अस्पताल का रहा तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गरीबों एवं मजदूरों के निशुल्क का इलाज सपना धरा का धरा रह जाएगा।
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