शासकीय महाविद्यालय कुरई में 11 नवंबर को मनाया गया राष्ट्रीय शिक्षा दिवस
सिवनी। शासकीय महाविद्यालय कुरई, सिवनी (मप्र)में राष्ट्रीय सेवा योजना व स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना के संयुक्त तत्वाधान में 11 नवंबर 2022 को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया। यह दिवस भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया गया। इस अवसर पर प्राचार्य बीएस बघेल, प्रो.जयप्रकाश मेरावी, तीजेश्वरी पारधी की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत में महाविद्यालय की छात्रा रोशनी पाठक के द्वारा शिक्षा से जुड़ी कविता से हुई, छात्रा आलिया खान ने कहा कि तालीम का असर है ऊंचा हमारा सर है। महाविद्यालय की छात्रा रेहाना खान ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का प्रारंभ 11 नवंबर 2008 से किया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम प्रभारी एवं टीपीओ पंकज कुमार गहरवार ने बताया कि मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म 11 नवंबर 1888 को हुआ था। वे एक शिक्षाविद्, पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी व राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने शिक्षा और संस्कृति को विकसित करने के लिए संगीत नाटक अकादमी, साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी, यूजीसी जैसी संस्थानों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके योगदानों को देखते हुए 1992 में उनको भारत रत्न पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। मौलाना अबुल कलाम आजाद ने कहा था कि दिल से दी गई शिक्षा से ही समाज में क्रांति ला सकती है। हमें एक पल भी यह नहीं भूलना चाहिए कि हर एक व्यक्ति का यह जन्म सिद्ध अधिकार है की उसे बुनियादी शिक्षा मिले बिना इसके वह पूर्ण रूप से एक नागरिक के अधिकार का निर्वहन नहीं कर सकता। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना से जुड़े कैरियर मित्र शिफा अंजुम, निकिता नागवंशी, दुर्गा गिरी, जितेंद्र मर्सकोले, शिवम शिव, शुभम सोनी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस अवसर पर महाविद्यालय में तीजेश्वरी पारधी के मार्गदर्शन में पोस्टर प्रतियोगिता सम्पादित हुई। छात्रा शिवानी डहरवाल, अर्चना धुर्वे, प्राची लाडे, नेहा विश्वकर्मा ने पोस्टर बनाकर सन्देश दिया कि
"शिक्षा जीवन का आधार,
इसके बिना सब बेकार"।।
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