एसडीएम की नोटिस पर आए स्पष्टीकरण के परीक्षण के नाम पर कोटेदार को बचाने में जुटा पूर्ति महकमा
केएमबी रुखसार अहमद
सुल्तानपुर। जिले के पूर्ति महकमे में भी अजीबोगरीब खेल चलता रहता है। एसडीएम द्वारा जारी किए गए कारण बताओ नोटिस के जवाब में कोटेदार द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण के परीक्षण के नाम पर भ्रष्ट कोटेदार को बचाने में पूरा का पूरा लगा है पूर्ति महकमा। पूर्ति विभाग के अधिकारी द्वारा जांच में दोषी पाए जाने के बाद भी अग्रिम कार्यवाही हेतु जानबूझकर एसडीएम को रिपोर्ट नहीं भेजी जा रही है। मामला जयसिंहपुर तहसील के गणेशपुर कैथौली गांव का है जहां बीते 30 अगस्त 2022 को गांव के ही शोएब अहमद द्वारा जिलाधिकारी व जिला पूर्ति अधिकारी सुल्तानपुर को शिकायती पत्र देकर कोटेदार अशफाक अहमद के ऊपर लोगों से अभद्र व्यवहार करना घाटतौली तथा अपनी मृतक पत्नी के नाम का राशन लेने का आरोप लगाया था। जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच के लिए क्षेत्रीय सप्लाई इंस्पेक्टर को निर्देशित निर्देशित किया गया था लेकिन दबंग कोटेदार के प्रभाव में सप्लाई इंस्पेक्टर द्वारा जांच में हीलाहवाली करते हुए 6 अक्टूबर 2022 को गांव में जाकर जांच की गई। जांच के दौरान कोटेदार पर लगे आरोप सत्य पाए गए। 07 अक्टूबर 2022 को उप जिलाधिकारी जयसिंहपुर द्वारा कोटेदार को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया जिसमें उप जिलाधिकारी द्वारा 15 दिन के अंदर कोटेदार से स्पष्टीकरण मांगा गया लेकिन एक माह से ज्यादा बीत जाने के बाद भी भ्रष्ट कोटेदार पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी जीवेश मौर्या ने बताया ग्रामीण क्षेत्रों का मामला उप जिलाधिकारी के हाथ में होता है। उन्होंने बताया इस मामले में सप्लाई इंस्पेक्टर या तो एआरओ से आप बात कीजिए वही कुछ बता पाएंगे। एआरओ रजनीश उपाध्याय से बात करने पर उन्होंने बताया कोटेदार का स्पष्टीकरण प्राप्त हो चुका है, परीक्षण किया जा रहा है उसके बाद ही कार्यवाही के लिए उप जिला अधिकारी जयसिंहपुर को मामले की रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी। अब देखना है कि एआरओ कोटेदार के द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण के परीक्षण के नाम पर कब तक कोटेदार को बचाते रहेंगे?
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