बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ने विभिन्न विद्यालयों व जिला चिकित्सालय का किया औचक निरीक्षण
सुलतानपुर। सदस्य, उ0प्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, श्याम त्रिपाठी द्वारा बाल अधिकारों से सम्बन्धित पूर्व प्राथमिक विद्यालय शिवनगर कुड़वार, कोटवा कम्पोजिट विद्यालय कुड़वार, प्राथमिक विद्यालय कुड़वार, राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय हसनपुर तथा जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया गया।कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक व सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बाल अधिकारों से सम्बन्धित समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। पूर्व प्राथमिक विद्यालय शिवनगर कुड़वार का औचक निरीक्षण के दौरान बाउण्ड्री बनवाने के निर्देश दिये। उन्होंने मिड-डे-मील रसोई के निरीक्षण में पाया कि दाल, चावल बना हुआ था। उन्होंने मिड-डे-मील की गुणवत्ता बनाये रखने के निर्देश दिये। विद्यालय में कुल 45 छात्रों में 16 उपस्थित पाये गये तथा समस्त स्टाफ उपस्थित थे। उन्होंने बच्चों से वार्तालाप कर शैक्षिक गुणवत्ता परखी और ड्रेस बनवाने के निर्देश दिये। कोटवा कम्पोजिट विद्यालय कुड़वार के निरीक्षण के दौरान किचन गन्दा होने पर साफ-सफाई के निर्देश सम्बन्धित को दिये गये। मिड-डे-मील चेककर गुणवत्ता बनाये रखने के निर्देश दिये। प्राथमिक विद्यालय कुड़वार का निरीक्षण किया गया। विद्यालय कैम्पस के पास तालाब होने से बाउण्ड्रीवाल जल्द से जल्द बनवाने के निर्देश दिये गये। सभी विद्यालय के निरीक्षण के दौरान खण्ड शिक्षा अधिकारी श्याम बिहारी उपस्थित रहे। इसके पश्चात राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय हसनपुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में बच्चों से प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी प्राप्त की तथा साफ-सफाई अच्छी होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। इसके पश्चात मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक के साथ जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान महिला हास्पिटल में डेंगू वार्ड, पुरूष मेडिकल वार्ड, चिल्ड्रेन वार्ड का जायजा लिया। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एस0सी0 कौशल द्वारा मा0 सदस्य को स्टाफ की कमी से सम्बन्धित जानकारी दी गयी। सदस्य द्वारा स्टाफ उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया गया। इस दौरान मरीजों के अभिभावकों से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। उन्होंने जिला चिकित्सालय में नियमित रूप से साफ-सफाई कराने के निर्देश दिये तथा कहा कि मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाये। तत्पश्चात सदस्य त्रिपाठी द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी के साथ बाल अधिकारों से सम्बन्धित समस्त अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गयी। उक्त बैठक में मा0 सदस्य द्वारा नशे के विरूद्ध अभियान, बाल संरक्षण आदि से सम्बन्धित मुद्दों पर चर्चा की गयी। जिला प्रोबेशन अधिकारी वी0पी0 वर्मा द्वारा बाल कल्याण से सम्बन्धित योजनाओं की प्रगति के बारे में मा0 सदस्य को अवगत कराया गया। श्रम प्रवर्तन अधिकारी से इस वर्ष रेस्क्यू किये गये बच्चों की संख्या की जानकारी प्राप्त की गयी। श्रम प्रवर्तन अधिकारी द्वारा बताया गया कि इस वर्ष 85 बच्चे रेस्क्यू किये गये हैं। श्रम प्रवर्तन अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि बड़ी दुकानों व ईट भट्ठों से बाल श्रम से मुक्त कराने हेतु प्रयास किया जाय, ताकि उन्हें भौतिक व आर्थिक स्तर से सशक्त व शिक्षित बनाया जा सके। बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी नशे की जद में आती जा रही है। सभी विभाग समन्वय स्थापित कर नशे के विरूद्ध अभियान चलायें, जिससे बच्चों को नशे से मुक्त कराया जा सके। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सभी विभागों से सम्बन्धित बैठक आयोजित की जानी चाहिये। इस सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक द्वारा मा0 सदस्य को अवगत कराया गया कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मासिक समीक्षा बैठक के दौरान नशे के विरूद्ध अभियान को सफल बनाने हेतु लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा इसके विरूद्ध कठोर कार्यवाहियाँ भी की गयी हैं। बाल कल्याण समिति के न्यायिक सदस्य शिवमूर्ति द्वारा कार्यालय में कर्मचारियों की कमी का मुद्दा उठाया गया। मा0 सदस्य द्वारा लिखित रूप में आवेदन देने को कहा गया और आश्वासन दिया गया कि स्टाफ की समस्या गम्भीर मुद्दा है इस पर विचार किया जायेगा। तत्पश्चात मा0 सदस्य द्वारा सम्मानित मीडिया बन्धुओं के साथ प्रेसवार्ता की गयी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 डी0के0 त्रिपाठी, जिला सूचना अधिकारी धीरेन्द्र कुमार, श्रम प्रवर्तन अधिकारी प्रकाश चन्द्र, जिला समाज कल्याण (विकास), जिला बाल संरक्षण अधिकारी, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, समन्वयक चाइल्ड लाइन, सदस्य बाल कल्याण समिति, सदस्य किशोर न्याय बोर्ड, आदि उपस्थित रहे।
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