नहरों में नहीं आ रहा पानी आखिर कैसे हो किसानी
सुल्तानपुर। धनपतगंज की मिनी माइनर में अभी तक पानी नहीं आया। किसान किसी तरह से पंपिंग सेट की व्यवस्था करके खेतों की सिंचाई कर रहे हैं। एक तरफ जहां किसान फसलों को सुरक्षित करने के लिए बांस, बल्ली व तार द्वारा खेतों को सुरक्षा कर रहे हैं तो वहीं सिंचाई के लिए नहरों में पानी न आने से दोहरा संकट उत्पन्न हो गया है। क्षेत्र के शैलेन्द्र कुमार, राधेश्याम अमृतलाल, सहित किसानों की मांग है कि अभिलंब नहरों में पानी छोड़ा जाए ताकि किसान अपने खेतों की सिंचाई कर सके। किसानों का कहना है कि पहले गेहूं की बोआई के समय खेतों में नमी के लिए पानी की आवश्यकता थी। नहरों के सूखी होने से किसानों ने किसी तरह पंपिग सेट से पानी की व्यवस्था बनाई। अब गेहूं, आलू आदि फसलों की सिचाई के समय भी नहर में पानी नहीं है। क्षेत्र की धनपतगंज माइनर सूखी पड़ी है। इससे मजबूरन पंपिग सेट से दो सौ रुपये प्रति घंटे की दर से पानी लेकर खेत में फसलों की सिचाई करनी पड़ रही है। रजबहा में पानी न आने से कमापुर, तिलक तिवारी, अतरसुम्मा आदि गांव के किसान परेशान हैं। किसानों ने नहर में पानी छोड़े जाने की मांग की है। हेड से टेल तक पानी आने में बहुत समय लगता है जिससे किसानो को परेशानी का सामना करना पड़ता है
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