अच्छा मनुष्य बनना शिक्षा का प्रथम लक्ष्य हो- स्वामी अजय रामदास जी
खरगोन। मैंने बड़े-बड़े विद्यालय देखें। उनमें बहुत सारी सुविधाएं भी देखी किंतु शिक्षा का सबसे पहला लक्ष्य अच्छा मनुष्य बनाना होना चाहिए। इसे ध्यान में रखे बिना केवल भौतिक सुविधाएं शैक्षिक संस्थानों में जुटाए रखना मेरी समझ से परे है ! भगवान राम और कृष्ण बड़े बड़े भवनों में नहीं पड़े थे, न ही ऐसी आधुनिक सुविधाएं थीं। अलग-अलग विषयों के शिक्षक भी उनके नहीं थे किंतु वे उन्ही गुरुओं से मनुष्य से ईश्वर में परिवर्तित हो गए। आजकल तो शिक्षण संस्थाएं भी सुविधाओं के प्रदर्शन में लगी रहती है और पालक ऐसे दिखावटी कार्यों से भ्रमित हो जाते हैं। सही शैक्षणिक संस्था का चयन पालक की परीक्षा है बाद में अच्छा अध्ययन करना और अच्छा मनुष्य बनना छात्र की परीक्षा है। उपरोक्त कथन ऋषिकेश ब्रह्मपुरी से पधारे पूज्य संत स्वामी अजय रामदास जी महाराज ने स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों को प्रार्थना स्थल पर संबोधित करते हुए कहे। महाराज जी ने जब प्रार्थना में बच्चों को भक्ति भाव से हनुमान चालीसा गायन करते हुए सुना तो वे खुशी के मारे झूम उठे। महाराज जी के साथ छिंदवाड़ा से किसानसंघ, मप्र के प्रदेश मंत्री संजय सक्सेना भी आए थे। अंतरराष्ट्रीय कवि और प्राध्यापक (सेनि) पूर्व विभागाध्यक्ष शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय खरगोन ने उक्त अवसर पर दोनों अतिथियों का पुष्पमाला से स्वागत किया। बच्चों ने आरंभ में पुष्प वर्षा कर अपने प्रांगण महाराज जी का अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन उप प्राचार्य संजय यादव एवं आभार अनिता सोनी ने व्यक्त किया।
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