योगी सरकार के दावे के उलट छुट्टा एवं आवारा पशु बने खेती किसानी के लिए सिर दर्द
धनपतगंज, सुलतानपुर। आवारा पशुओं से परेशान ग्रामसभा चंदौर के लोगों की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी परेशानी को देखते हुए ग्रामवासी हनुमान प्रसाद तिवारी ने आईजीआरएस के माध्यम से प्रशासन को अवगत कराया लेकिन ग्राम विकास अधिकारी अपनी कुर्सी के मद में किसी चाय की टपरी पर आवारा पशुओं की समीझा और गोवंश न पाए जाने की आख्या प्रेषित कर दी तो वही गांव के रणधीर उपाध्याय व अन्य ग्रामीण द्वारा तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र दिया तो लेखपाल द्वारा दी गई आख्या के अनुसार मौके पर मिले गोवंशो को पकड़वाकर स्थानीय गोवंश आश्रय स्थल में भेज दिए गए और कुछ गोवंश ग्रामीणों की मदद से स्थानीय गोवंश आश्रय स्थल केवटली भेज दिया गया। अभी भी 200 से अधिक गोवंश किसानों की फसलों को बर्बाद कर दे रहे है। इतना ही नहीं यह छुट्टा जानवर अब हिंसक भी हो गए हैं। किसान द्वारा जब इन्हें अपने खेतों से हांकने की कोशिश की जाती है तो यह किसानों पर आक्रमण भी कर देते हैं। कई बार कई किसान चोटिल भी हो जाते हैं। इस भीषण ठंड की रात में जहां लोगों का बिस्तर से बाहर निकलना कठिन हो गया है, इस स्थिति में भी किसान अपने खेतों की रखवाली के लिए अपने खेतों का चक्कर लगा रहे हैं। छुट्टा जानवरों की वजह से खेती किसानी का हाल बद से बदतर हो गया है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के दावे के उलट किसानों की स्थिति दिन-प्रतिदिन बद से बदतर हो जा रही है।
Tags
कृषि समाचार