विश्व सामाजिक न्याय दिवस में बोल प्रो0 नीरज कुमार कि "शिक्षा और वैज्ञानिक सोच सामाजिक न्याय का प्रमुख साधन"
बिछुआ। शासकीय महाविद्यालय बिछुआ में आनंद संस्थान छिंदवाड़ा द्वारा 20फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र ने 2023 का थीम रखा है, "सामाजिक न्याय के लिए बाधाओं पर काबू पाना और अवसरों को उजागर करना।" इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में राजनीति शास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक नीरज कुमार ने बताया कि हमारे समाज में कई आधारों पर भेदभाव और विषमता व्याप्त है। सामाजिक न्याय वंचितों और पीड़ितों के पक्ष में सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र में बदलाव की मांग करता है जिससे सभी लोग सम्मान गरिमा और प्रतिष्ठा से जी सके और यह शिक्षा और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देकर प्राप्त किया जा सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता आइक्यूएसी संयोजक डॉ.पूजा तिवारी ने की। मुख्य अतिथि शासकीय हाईस्कूल बोरिया के शिक्षक एवम समाजसेवी कमलेश साहू (पूर्णतःदृष्टि बाधित) रहे। उन्होंने बताया की सामाजिक न्याय प्राचीन समय में भी विद्यमान था। कार्यक्रम संयोजक डॉ.साक्षी सहारे रही व कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ.मनीषा आमटे ने किया। इस दौरान महाविद्यालय के प्राध्यापक नवीन वर्मा, वैशाली गुप्ता नसरीन अंजुम खान, मीना ठाकरे, विपिन मोखलगाय, डॉ.अजीत डेहरीया, दुजारी बोसम डॉ.ज्योति राजोरिया और बड़ी संख्या में महाविद्यालय के छात्र छात्राएं उपस्थित।
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