एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह ने प्राचीन शिव मंदिर में 11 दलित दंपतियों के साथ किया जलाभिषेक
अमेठी। महाशिवरात्रि का पावन पर्व है, इस दिन जिले के सभी छोटे बड़े शिव मंदिरों में शिव भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। ऐसे में जिले के दंड कारेश्वर मंदिर ओमकारेश्वर मंदिर, बटुक नाथ धाम, महादेवन दुखहरण धाम, झारखंडेश्वर नाथ धाम, मुकुट नाथ धाम और बूढ़े बाबा मंदिरों में सुबह से भक्तों की लगी भारी भीड़। सुबह 4:00 से ही शिवभक्त विभिन्न मंदिरों में पहुंचकर भगवान शंकर को जलाभिषेक कर पूजन अर्चन कर रहे हैं। ऐसे में एक तरफ जहां पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुद को शूद्र बताते हुए समाज में असमानता का जहर घोलने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी से एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी ने जामो स्थित अति प्राचीन बूढ़े बाबा शिव मंदिर में सुबह-सुबह मंदिर खुलने के तत्काल बाद 11 दलित दंपतियों से सर्वप्रथम जलाभिषेक करवाते हुए पूजन विधिवत पूजन अर्चन कराने के बाद अन्य जनसामान्य भक्तों के लिए मंदिर का कपाट खुलवाया है। एक तरफ जहां पर कई राजनीतिक पार्टियों के द्वारा यह भ्रम फैलाया जा रहा था कि शूद्रों और दलितों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाता है उनके साथ भेदभाव किया जाता है तो वहीं पर एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह के द्वारा 11 दलित परिवारों से सबसे पहले जलाभिषेक और पूजन अर्चन करवाकर यह संदेश दिया गया कि मंदिरों के दरवाजे सभी प्रकार के व्यक्तियों के लिए समान रूप से खुले हुए हैं और इसमें कहीं पर भी कोई भेदभाव नहीं है। एक साथ ही 11 दलित परिवारों के द्वारा श्री बूढ़े शंकर बाबा जन सेवा समिति के तत्वाधान में सबसे पहले जलाभिषेक कर पूजन करने का सौभाग्य मिलने पर प्रसन्नता व्यक्ति की करते हुए बताया कि नेताओं द्वारा उल्टी-सीधी बयानबाजी कर समाज में असमानता का जहर घोलने का काम किया जा रहा है जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। चाहे ब्राम्हण हो अथवा शूद्र या फिर दलित किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है।
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