जिले के प्रभारी मंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत होने वाले निवेश के लिए उचित माहौल उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
सुलतानपुर। जिले के प्रभारी मंत्री आशीष पटेल द्वारा एक दिवसीय जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दौरान सर्वप्रथम लो0नि0वि0 निरीक्षण भवन सुलतानपुर में जनपद के जनप्रतिनिधियों, संगठनों के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित किया गया। तत्पश्चात कलेक्ट्रेट सभागार सुलतानपुर में उ0प्र0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के अन्तर्गत जनपद में होने वाले निवेश तथा उन्हें धरातल पर उतारने हेतु सभी आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराने के सम्बन्ध में मा0 जनप्रतिनिधियों, निवेशकों, जनपद के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। प्रभारी मंत्री की मौजूदगी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 से सम्बन्धित डाक्यूमेन्ट्री फिल्म देखी गयी। तत्पश्चात उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र अनूप श्रीवास्तव द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के अन्तर्गत जनपद में होने वाले निवेश से सम्बन्धित आकड़ो का प्रस्तुतीकरण किया गया। प्रभारी मंत्री द्वारा जीएमडीआईसी से 2017 से अब तक जनपद में हुए निवेश की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी तथा उक्त जानकारी से संतुष्ट न होने पर जीएमडीआईसी को प्रगति लाने के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि उद्यमियों को आसानी से जमीन उपलब्ध करायी जाय तथा उद्योगों की स्थापना से सम्बन्धित सभी आधारभूत सुविधाएं यथा- लैण्ड, बिजली, पानी, सड़क सहित सभी सहजता से उपलब्ध कराये जाय।उद्योगों की स्थापना में आने वाली सभी आधारभूत सुविधाएं जैसे- जिलाधिकारी को राजस्व से सम्बन्धित, पुलिस अधीक्षक को लाॅ एण्ड आर्डर से सम्बन्धित सभी समस्याएं दूर करने के निर्देश दिये। समीक्षा बैठक में उपस्थित उद्यमियों जैसे- ज्ञान चन्द्र तिवारी द्वारा बायो सीनएनजी प्लान्ट लगाने, अरूण वर्मा द्वारा एथेनाॅल प्लान्ट लगाने, धर्मेन्द्र द्वारा प्राइवेट औद्योगिक पार्क स्थापित करने, प्रवीण अग्रवाल द्वारा राइस मील की स्थापना करने, रवीन्द्र त्रिपाठी द्वारा उद्यमियों को बैंक से मिलने वाले ऋण के सम्बन्ध में आने वाली समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना गया तथा इसे दूर करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार विभिन्न उद्यमियों द्वारा अपनी-अपनी समस्याओं को उठाया गया। उद्योगों की स्थापना में सबसे बड़ी समस्या जमीन का उपलब्ध न होना पाया गया। उन्होंने कहा कि अगली बैठक का मुख्य मुद्दा उद्योगों के लिये जमीन की उपलब्धता रहेगा। उन्होंने मुख्य राजस्व अधिकारी शमशाद हुसैन को निर्देशित किया कि जनपद में एक एकड़ से अधिक खाली पड़ी जमीनों का डाटा अगली बैठक में उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने यूपीसीडा के नोडल, जीएमडीआईसी, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत, राजस्व टीम आदि को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी के द्वारा एकीकृत प्रयास करते हुए उद्योगों की स्थापना के लिये विशेष प्रयास किया जाय। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में होने वाले निवेश के सम्बन्ध में विशेष प्रयास किया जाय तथा उसे धरातल पर उतारने के लिये सभी सुविधाएं निवेशकों को उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में होने वाले निवेश से सम्बन्धित समस्याओं के निपटाने में गोलमोल जवाब न देकर स्पष्ट जवाब दिया जाय तथा इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा सभी सुविधाएं उद्यमियों को उपलब्ध करायी जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक, मुख्य राजस्व अधिकारी शमशाद हुसैन, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी आशीष कुमार, जिला सूचना अधिकारी डाॅ0 धीरेन्द्र कुमार, जिला उद्यान अधिकारी रणविजय सिंह, सहायक आयुक्त वाणिज्य कर अखिलेश त्रिपाठी, जिला पूर्ति अधिकारी जीवेश मौर्य, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका परिषद श्यामेन्द्र मोहन, मुख्य अग्निशमन अधिकारी संजय कुमार शर्मा, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी राम सुरेश यादव, उपाध्यक्ष काउन्सिल आफ उद्योग व्यापार मंच सरदार बलदेव सिंह सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी व निवेशक आदि उपस्थित रहे।
Tags
विविध समाचार