धर्म नगरी सिंगोड़ी में तीन दिवसीय वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव, जैन समाज मे बना उत्साह का वातावरण
सिंगोड़ी। जैन दर्शन के ख्याति प्राप्त विध्दवानों की ऐतिहासिक धर्म नगरी सिंगोड़ी में श्री तारण तरण दिगम्बर जैन चैत्यालय के वेदी प्रतिष्ठा शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आत्मार्थी साधकजन श्रद्धेय त्यागीव्रती, विद्धवतगण, श्रेष्ठिजनों सहित जनप्रतिनिधिगण एवं श्रावक-श्राविकाओं की विशेष उपस्थिति में तीन दिवसीय श्री जिनवाणी अस्थाप, वेदी प्रतिष्ठा, कलशारोहण एवं तिलक महोत्सव का भव्य एवं मंगलमय शुभारंभ आज माघ शुक्ल पूर्णिमा रविवार 5 फरवरी से होने जा रहा है जो आगामी 7 फरवरी 2023 तक चलेगा। महोत्सव के मीडिया प्रभारी दीपकराज जैन ने बताया कि तीन दिवसीय मंगल महोत्सव को मनाने का सौभाग्य सुभाषचन्द, नरेंद्रकुमार, राजा बाबू, लीकेश जैन परिवार को प्राप्त हुआ जिनके शुभ एवं पवित्र भावों के अनुसार सकल तारण तरण दिगम्बर जैन समाज सिंगोड़ी, छिन्दवाड़ा ने तीन दिवसीय महोत्सव की जोरदार तैयारी कर पूरी नगरी को दुल्हन की तरह सजाया है। सभी को प्रतीक्षा है पूरे देश से पधार रहे साधर्मियों के आत्मीय अभिनन्दन की। मेला अध्यक्ष सिंघई मनोज कुमार जैन ने बताया कि सिंगोड़ी में मनोहारी चैत्यालयजी एवं उसमें तीन खण्ड की मनोज्ञ वेदिका का निर्माण सन 1921 में हुआ जिसकी प्रथम वेदी प्रतिष्ठा 1922 में हुई थी। इस वर्ष 2023 में चैत्यालयजी की छठवीं बार वेदी प्रतिष्ठा को शताब्दी वर्ष के रूप में मनाने का सौभाग्य सिंगोड़ी को प्राप्त हुआ है। जिसको लेकर पूरी नगरी में उत्साह एवं उमंग का वातावरण बना हुआ है। मंगल महोत्सव के लिए सिंघईजी के बगीचे में सुंदर पुष्पावती नगरी बनाई गई है जहाँ विशाल सभा मंडप में पूरे देश से पधार रहे हजारों साधर्मीगण धर्म श्रमण कर आत्मा से परमात्मा बनने का मार्ग प्रशस्त करेंगे। महोत्सव में मंगलगान के माध्यम से तारण तरण भजन मण्डल छिन्दवाड़ा द्वारा प्रभावना के स्वर गुंजायमान होंगे। महोत्सव की पूर्व बेला पर शनिवार को कार्यक्रम स्थल पुष्पावती नगरी की शुद्धि कर विशाल घटयात्रा निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में श्राविकाओं ने मंगल कलश लेकर मंगलगान एवं जयघोष के साथ नगर का भ्रमण किया पश्चात चैत्यालयजी पहुंचकर मंत्रोचारण के साथ वेदी शुद्धि कर मंदिर विधि का लाभ लिया। प्रथम दिवस के कार्यक्रम -
मेला स्वागताध्यक्ष पण्डित हेमचन्दजी जैन ने बताया कि मंगल महोत्सव का शुभारंभ आज माघ शुक्ल पूर्णिमा रविवार 5 फरवरी के शुभ दिन प्रातः 05.30 पर सामायिक ध्यान एवं प्रभात फेरी से होगा पश्चात 7 से मंत्रजप, श्री तारण त्रिवेणीजी का पाठ, भावपूजा, 8 बजे से मंदिर विधि, 8.30 से प्रवचन, 9.30 से ध्वजदान प्रभावना, आरती, समवशरण मंडप एवं ध्वजारोहण, 11 से पात्र भावना, दोपहर 1 से वृहद मंदिर विधि, श्री जिनवाणीजी अस्थाप समारोह, संध्या 4.30 से पात्र भावना, रात्रि 7 से आरती, भक्ति एवं स्तुति, 8 से प्रवचन एवं 9.30 से विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जिसमे सम्मिलित होकर धर्म लाभ लेने की अपील धर्मप्रेमी बंधुओं सहित सकल जैन समाज समाज से महोत्सव समिति द्वारा की गई है।
Tags
विविध समाचार