विधायक राकेश प्रताप सिंह ने अमेठी के चाचा-भतीजे के दोहरे हत्याकांड का मामला सदन में उठाया
अमेठी। जिले में 27 फरवरी की देर शाम बदमाशों द्वारा गोली मारकर चाचा भतीजे की की गई हत्या की सूचना पर पहुंचे सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने अमेठी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अमेठी पुलिस प्रशासन की लापरवाही के चलते सुरेश और बृजेश की हत्या हुई है।सपा विधायक ने परिजनों से मुलाकात व शोक प्रकट करते हुए कहा कि खुद ही इस क्षेत्र का विधायक होकर गिड़गिड़ाता रहा लेकिन डीएम व किसी ने नहीं सुनी। सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने एडिशनल एसपी हरेंद्र कुमार से बात करते हुए कहा कि छोड़िए यार आप लोग हम लोगों की बात तो मानोगे नहीं 10 बार मैंने यहां के इंस्पेक्टर से कहा, 10 बार मनोज यादव सीओ से कहा और 20 बार डीएम और एसपी से कहा कि वह मार दिया जाएगा लेकिन कोई कुछ सुनने को नहीं तैयार था, अब तो आप लोगों की आत्मा को शांति मिल गई होगी।विधायक ने अपर पुलिस अधीक्षक से कहा कि आप लोगों को लगता है कि हम लोग सिर्फ राजनीति करने के लिए आपको सूचना देते हैं। पूरे जनपद से गिड़गिड़ाता रहा कि वह मार दिया जाएगा लेकिन आप लोगों के कान में जूं तक नहीं रेंगी, शर्म आनी चाहिए आप लोगों को। जब कप्तान के पास बैठता था तो सीओ उल्टा ही बताते थे कि विधायक जी वहां पर खुराफात करवा रहे हैं। बताने पर सबकी नानी मरती थी। एक लाइसेंस के लिए दो दो तीन तीन बार रिपोर्ट भिजवाया लेकिन उसके बावजूद एक लाइसेंस नहीं जारी किया गया और आज हत्या हो गई।राकेश प्रताप सिंह ने आज इस मामले को उत्तर प्रदेश की विधानसभा में भी उठाया और प्रशासन पर घोर लापरवाही के आरोप लगाए तथा पीड़ित परिवार को 5 करोड़ रुपए मुआवजा देने, सरकारी नौकरी व सुरक्षा देने की मांग के साथ ही घटना की किसी सीनियर आईएएस या पुलिस अधिकारी से जांच कराए जाने की मांग की।जवाब में संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज हो गया है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी सीनियर पुलिस अफसर या अपर पुलिस अधीक्षक की निगरानी में घटना की जांच कराई जाएगी तो दूध का दूध पानी का पानी अलग हो जाएगा। बताते चलें कि अमेठी जिले के मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के भद्दौर गांव मे 27 फरवरी की देर शाम सुरेश यादव (जिलेदार) एंव बृजेश यादव प्रधान प्रतिनिधि की गोली मारकर हत्या कर दी गयी।
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