उमेश पाल अपहरण कांड का सजायाफ्ता माफिया अतीक बना साबरमती जेल का कैदी नंबर 17052
प्रयागराज। उमेश पाल अपहरण कांड में अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा मिलने के बाद फिर से साबरमती जेल भेज दिया गया है। जहां वो एक सजायाफ्ता कैदी की तरह जिंदगी गुजारेगा। उसे जेल में काम करना होगा और जेल के कपड़े पहनने होंगे। उमेश पाल अपहरण केस में प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट से उम्र कैद की सजा मिलने के बाद माफिया अतीक अहमद को साबरमती जेल में शिफ्ट कर दिया गया है, जहां पर उसे बिल्ला नंबर अलॉट हो गया है। अतीक अहमद इस जेल में कैदी नंबर 17052 बन गया है। अब से माफिया अतीक को उसके नाम की बजाय उसके बिल्ला नंबर से पुकारा जाएगा। यही नहीं उसे सजायाफ्ता कैदियों वाली वर्दी भी दी गई है, जिसे अब अतीक को पहनना होगा।
जेल मैनुअल के मुताबिक अतीक अहमद को अब काम भी करना होगा। अतीक को सश्रम कारावास की सजा मिली है ऐसे में उसे जेल में अब रोजाना काम भी करना होगा। काम के बदले अतीक अहमद को रोजाना 25 रूपये मिलेंगे। जेल में अतीक अहमद का अकाउंट भी खोला गया है। काम के बदले अतीक अहमद को जो पैसे मिलेंगे वह इसी अकाउंट में जमा होते जाएंगे। अतीक को कुशल कारीगर की कैटेगरी में रखा गया है, इसलिए उसे रोजाना सिर्फ 25 रुपये मिलेंगे। कुशल कामगारों को रोजाना 40 रुपये का भुगतान किया जाता है। अतीक अहमद को जेल में खेती, किसानी, माली, बढ़ई, साफ-सफाई, जानवर पालन समेत अन्य काम में से किसी एक को चुनना होगा। उसे दूसरे सजायाफ्ता कैदियों की तरह लाइन में खड़े होकर खाना लेना होगा। नियम के मुताबिक अतीक अहमद को भी अब काम के लिए भोर में ही उठाया जाएगा। साबरमती जेल में अब से उसे पक्का कहा जाएगा। हालांकि उसे अब पहले से ज्यादा खाना दिया जाएगा। पहले उसे 380 ग्राम रोटी के साथ दाल चावल दिया जाता था, लेकिन अब 500 ग्राम रोटी व अन्य सामान मिलेंगे।सजायाफ्ता होने के बाद अतीक की बैरक भी बदल दी गई है।