रिश्ते का कत्ल: प्रेमी के साथ मिलकर पति को मार डाला, सिर काटकर 60 किमी दूर फेंका
गाजियाबाद। जिले मेें एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। शव की पहचान न हो, इसलिए सिर काटकर दूसरे जिले में फेंक दिया। इतना ही नहीं, महिला ने पुलिस के पास पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिससे उस पर किसी को शक न हो। हुआ भी कुछ ऐसा ही, क्योंकि काफी खोजबीन के बाद भी जब पुलिस के हाथ कोई क्लू नहीं लगा तो उसने केस बंद कर दिया। इस मामले में युवक की पहली पत्नी की बेटी ने जब सौतेली मां और उसके प्रेमी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई, तो मामला खुल गया। पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामला ट्रोनिका थाना क्षेत्र का है। डीसीपी रवि कुमार ने बताया, ''सुधीर एन्क्लेव की रहने वाली लाल देवी उर्फ बबीता ने 21 फरवरी को थाने पर आकर अपने पति राजेश गर्ग के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। बबीता ने बताया कि राजेश 17 फरवरी, 2023 की रात एक शादी में गए थे और फिर वापस नहीं लौटे। पुलिस ने उस वक्त कई जगह खोजबीन की, लेकिन राजेश का कुछ पता नहीं चला था।'' दीपिका अग्रवाल नाम की एक लड़की 19 अप्रैल को ट्रोनिका थाने पहुंची। उसने बताया, ''मैं राजेश अग्रवाल की बेटी हूं। मेरे पिता लापता नहीं हैं। उनकी मेरी सौतेली मां लाल देवी उर्फ बबीता और किराएदार अक्षय मलिक ने हत्या की है।'' इसी बात की उसने पुलिस को तहरीर भी दी। इस आधार पर पुलिस ने अक्षय को कस्टडी में ले लिया। जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने लाल देवी उर्फ बबीता को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में बबीता ने बताया, ''अक्षय मलिक मेरे मकान में करीब 2 साल से किराए पर रहता था। एक साल पहले हम दोनों के बीच संबंध बन गए। जिस मकान में हम रहते थे, वह 25 गज का था। मेरे पति राजेश 74 गज का एक और प्लॉट खरीदना चाहते थे। मगर, मैं लगातार डिमांड कर रही थी कि ये दोनों प्रॉपर्टी मेरे नाम कर दो।'' उसने बताया, ''मगर राजेश दोनों प्रॉपर्टी अपनी पहली पत्नी की बेटी दीपिका के नाम करने जा रहा था। मैं राजेश की दूसरी पत्नी हूं। इसे लेकर अक्सर हम दोनों के बीच झगड़ा होता था। इसीलिए मैंने राजेश को रास्ते से हटाने के लिए अक्षय के साथ मिलकर प्लानिंग बनाई। तय हुआ कि राजेश को मारने के बाद मैं और अक्षय पति-पत्नी के रूप में साथ रहेंगे और पूरी प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लेंगे।'' 35 साल का अक्षय मलिक मूल रूप से शामली में बाबरी थाना क्षेत्र के गांव भिक्की का रहने वाला है। फरवरी महीने में अक्षय के भांजे आदेश मलिक को चोट लग गई। वह शामली के हॉस्पिटल में भर्ती था। उसे देखने के बहाने अक्षय मलिक, राजेश और बबीता साथ चले गए। 17 फरवरी की रात शामली से लौटते वक्त अक्षय ने ठंड में हाथ तापने के बहाने गांव बहावड़ी के पास बाइक रोकी। इसी दौरान अक्षय ने राजेश के सिर में ईंट दे मारी। इससे उसकी मौके पर मौत हो गई। इसके बाद अक्षय-बबीता ने राजेश के मुंह पर पन्नी लपेट दी। गले में रस्सी डालकर शव को खींचकर गन्ने के खेत में फेंक दिया और वापस गांव भिक्की में पहुंच गए। 18 फरवरी की रात को अक्षय फिर से गन्ना काटने वाली दरांती लेकर घटनास्थल पर पहुंचा। उसने दरांती से राजेश की गर्दन अलग कर दी। गर्दन को पन्नी में रखकर बड़ौत (बागपत) में पुराने पुल से कृष्णा नदी में फेंक दिया। इसके बाद वह गाजियाबाद आ गया। किसी को शक न हो, इसलिए बबीता ने खुद ही अपने पति राजेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।
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