गोरख नाथ की धरती पर विशाल राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में बिहर के कवि-कवयित्रीयो के द्वारा काव्य रस की वर्षा
गोरख नाथ की धरती पर विराट राष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन ' हिन्दी साहित्य परिवार' एवं भारतीय गौरव
सहित्यिक,सांस्कृतिक संस्थान
गोरखपुर केसंयुक्ततत्वावधान
में आयोजित हुआ।पुर्व मेयर सत्यापांडेय के दीप प्रज्वलन
एवं कवयित्री किरन पांडेय के
सरस्वती वंदना तथा सरिता सिंह के संचालन में कार्य क्रम का श्री गणेश हुआ।
संस्थापक स्नेह प्रिय अली अंसारी,एवं संजय निराला के
कुशल निर्देशन और मार्ग दर्शन का लाभ मिला।
किरन पांडेय एवं सरिता सिंह की कविता भी रस वर्षा कर तालियां बटोरी।
कवि सम्मेलन में आधी आवादिमहिलओं ने बढ़-चढ़
कर हिस्सा लिया ।बिहार के साहित्यकारों ने आगे बध कर हिस्सा लिया।सभी को अंग वस्त्र,मेमेन्टो,प्रशसथी पत्र देकर सम्मान दिया गया
सम्मान समारोह में बैंक आफ बरोदा के प्रबंधक नवीन कुमार श्रीवास्तव,एवं महिला कल्यान समिति की प्रीति वाला को भी सम्मानित किया गया।
बिहार की राष्ट्रीय स्तर की कवयित्री उषाकिरणश्रीवास्तव
हिन्दी,बज्जिका के वरिष्ठकवि
रवींद्र कुमार रतन,महिला कल्यान समिति की नवोदित साहित्यकारसरोजवालासहाय
प्रतिभा परासर , डा 0पुष्पा गुप्ता, रेणू शर्मा , डा 0पूनम सिंह श्रेसी,डा 0 अलका वर्मा,
कौशल किशोर पटना
आदि ने भी अपनी कविता का रसास्वादन कराया।
कवि रविन्द्र कुमार रतन ने अपनी हिन्दी और बज्जिका की कविता सुनाकर काव्य रस की वर्षा कर तालियां बतोरी ।
हिन्दी कविता 'कैसे लाऊं अमन देश में ,चैन ,शान्ति-सुख का पैगाम।'
बज्जिका की कविता :- 'वैशाली के इतिहास के हम कथा सुनावे आइली हए ' ।
सारोज वाला सहय ने अस्वस्थ्ता के कारण काव्य पाठ न कर आयोजिका द्वे किरण पांडेय एवं सरिता सिंह जी को बधाईएवशुभकामनाएं दी ।उषा किरन एवं प्तिभा जीने सस्वर काव्य पाठ कर तालिया बतोरी।
अन्तमें किरण पांडेय जी के धन्यवाद ज्ञापन से कार्य कृम्का समापन हुआ।
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