डॉ कन्हैयालाल गुप्त किशन गुजरात की साहित्यिक संस्था कलम बोलती है के प्रचार मंत्री बने
संस्था दिल्ली में प्रथम अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन जून में आयोजित करेगी
भाटपार रानी, देवरिया। उनको भी याद करो,जो लौट के घर को ना आए। गांधी बापू की धरती को जिन्होंने जन्नत बनाए।,,,,,,खतरे से दूरी,मास्क है जरूरी। नहीं ये मजबूरी, जीवन के लिए जरूरी,,,,,,,, फिर मुस्कुराएगा जहान, नहीं बन पाएगा भारत बुसान,इसकी अलग है पहचान,,,,, जैसे गीतों से अंतरराष्ट्रीय कवि के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले डॉ कन्हैयालाल गुप्त किशन को देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था कलम बोलती है ने अपना राष्ट्रीय प्रचार मंत्री चुना है।साथ ही कलम बोलती है साहित्य संस्थान अपना प्रथम अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन देश की राजधानी नई दिल्ली के हिंदी भवन में जून में आयोजित करने जा रही है। जिसमें देशभर के प्रतिष्ठित साहित्यिक कवियों का संगम होगा।यह बात अंतरराष्ट्रीय कवि किशन ने एक प्रेसवार्ता के माध्यम से दिया है। डॉ किशन अंतरराष्ट्रीय हिंद देश पत्रिका परिवार के संरक्षक एवं उत्तर प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष भी हैं। दर्जनों पुस्तकों को अपनी लेखनी से संवारने वाले डॉ कन्हैयालाल गुप्त किशन साहित्य मंच भाटपार रानी के संस्थापक भी है। साहित्य संगम संस्थान,नयी दिल्ली ने "किशन" उपनाम से सम्मानित किया है। विश्व रचनाकार मंच ने कवि नीरज सम्मान,अभिनव साहित्यिक मंच, प्रयागराज द्वारा हिन्दी रत्न सम्मान, युनाइटेड आर्गनाइजेशन चेक गणराज्य एवं मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा मानव अधिकार प्रमाण पत्र, कलमकार कुंभ साहित्य संस्थान,नयी दिल्ली द्वारा राष्ट्रप्रेमी सम्मान, हिंददेश परिवार अमेरिका ईकाई द्वारा श्रेष्ठ लेखन पुरस्कार, शब्दश्री सम्मान, युवा गौरव सम्मान,शिव साधक सम्मान, साहित्य रत्न सम्मान, साहित्य चक्र सम्मान, अनोखा बंधन सम्मान, श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान, साहित्य दीप सम्मान,कलमवीर सम्मान, पुरुष रत्न सम्मान, सक्रिय लेखन सम्मान, हिंदी साहित्य मित्र सम्मान, साहित्य सितारे सम्मान, गुरु बृहस्पति सम्मान से सम्मानित किया गया है।
इनके चयन पर उमा वैष्णव, प्रमोद कुमार चौहान, भरत सिंह रावत, रकमिश सुल्तानपुरी, अरविंद सिंह वत्स, रश्मि रावत, सुमित मानधना, डीके जैन, सुनील शर्मा, भगवती सक्सेना गौड़, सुनीता चमोली, गुरु मणि नौटियाल आदि ने हार्दिक शुभकामनाएं और बधाइयां प्रेषित की हैं।
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