डीएम ने ग्राम पंचायत कनवारा के विद्यालयों का निरीक्षण कर संबंधित को दिए आवश्यक निर्देश
बांदा। जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय कनवारा, पूर्व माध्यमिक विद्यालय कनवारा प्रथम तथा प्रा0वि0 कनवारा का निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वप्रथम कन्या पूर्व मा0वि0 कनवारा का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय में स्वच्छ पेयजल, शिक्षा की गुणवत्ता, मिड-डे-मील वितरण, शौचालय आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में 34 बालिकायें उपस्थित पायी गयीं। उन्होंने छात्राओं से शिक्षा के सम्बन्ध में जानकारी लेते हुए उनके द्वारा कम्प्यूटर के संचालन आदि को देखते हुए प्रशन्नता व्यक्त की तथा बालिकाओं को स्वच्छता पर अधिक ध्यान देने को कहा। उन्होंने विद्यालय के प्रधानाचार्य को बच्चों के अभिभावकों के व्हाट्सअप ग्रुप में संदेश भेजकर एवं ग्राम प्रधान के सहयोग से तथा अध्यापकों एवं अभिभावकों की बैठक आयोजित कर शत-प्रतिशत नामांकित छात्राओं को विद्यालय में उपस्थित रहने हेतु प्रेरित करने के निर्देश दिये। उन्होंने इस विद्यालय को जुलाई, 2023 तक निपुण भारत अभियान के अन्तर्गत विद्यालय की सभी छात्राओं को पठन-पाठन में ज्ञान कराते हुए निपुण कराये जाने के निर्देश दिये। इसके उपरान्त उन्होंने पूर्व0मा0 वि0 कनवारा प्रथम एवं प्रा0वि0 कनवारा का निरीक्षण किया। निरीक्षण में विद्यालय के शौचालय एवं परिसर में गंदगी पाये जाने पर साफ-सफाई कराये जाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही विद्यालय में विद्युत कनेक्शन शीघ्र कराये जाने के निर्देश दिये। विद्यालय में उन्होंने कक्षा-6, 7 के छात्रों से गणित के पहाडे के साथ तथा हिन्दी भाषा के ज्ञान हेतु पुस्तक पढ़वाकर शिक्षा की गुणवत्ता के सम्बन्ध में जानकारी ली। उन्होेंने शिक्षा की गुणवत्ता में और ध्यान दिये जाने के निर्देश दिये। इसके उपरान्त प्रा0वि0कनवारा का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय में स्वच्छता, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, पठन-पाठन की गुणवत्ता, मीनू के अनुसार मिड-डे- मील वितरण आदि का निरीक्षण किया, जिसके दौरान विद्यालय के शौचालयों में गदन्गी पाये जाने तथा 02 शिक्षामित्रोें के अनुपस्थित मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित अध्यापकों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कक्षा-3, 4 के बच्चों से हिन्दी तथा गणित विषय के सम्बन्ध में दी जा रही शिक्षा के सम्बन्ध में छात्रों से जोड-घटाव के प्रश्न पूछंते हुए उपस्थित अध्यापकों को निर्देश दिये कि कमजोर बच्चों को चिन्हित करते हुए उनकी रैमेडियल क्लास अलग से लगायें, जिससे कि कमजोर बच्चों के शिक्षा स्तर में सुधार हो सके। उन्होंने विद्यालय में नामांकित शत्-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित कराये जाने हेतुु अध्यापकों को निर्देशित किया। निरीक्षण के दौरान जिला बेसिक शिक्षाधिकारी एवं सम्बन्धित विद्यालयों के अध्यापकगण, ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।
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