नवीन प्रभारी बीएमओ भगत के आने से सुधरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की विभिन्न समस्या
बिछुआ। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज हेतु लग रहे आरोप निराधार हैं। जानकारी प्राप्त कर बताया गया कि आरोप मरीज को जांच कराना था जिसके लिए पर्ची बनवाना होता है जिसका शुल्क 10रूपये लिए गए थे लेकिन मरीज को अच्छा नहीं लगा और शोसल मीडिया में अवैध वसुली कि पोस्ट डालकर डराया जा रहा है। रोगी कल्याण समिति के द्वारा विधिवत 10 रूपए शुल्क निर्धारित किया गया है। अगर कोई मरीज भर्ती होता है तो 40 रूपए शुल्क कि रशीद दी जाती है। डॉ अशोक भगत के द्वारा बताया गया कि यह शुल्क हमेशा से लिया जाता है और मध्य प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में लिए जाते हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ बिछुआ में लिया जा रहा है, जिले के अस्पताल में भी भर्ती पर्ची कटाने के पश्चात ही भर्ती कराया जाता है। हम हमारी मर्जी से नहीं लेते हैं शुल्क। रोगी कल्याण समिति में पैसा जमा कराया जाता है। इसके लिए बैंक में खाता खुलवा गया है। यह कार्यक्रम प्रदेश का है जो भ्रमित जानकारी दे रहे हैं वो अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सम्बंधित से जानकारी दुरूस्त कर लें और गर्भवती महिलाओं एवं बीपीएल कार्ड धारकों को भी छुट दिया जाता है। अगर गैरकानूनी रूप से कोई मांग करत है तो सीधे मुझे शिकायत करें, कार्यवाही की जायेगी। प्रभारी बीएमओ डॉक्टर अशोक भगत का कहना है कि उन्हे आए हुए कुछ दिन हुए हैं। उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है अगर आती है तो वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। 10 रूपए शुल्क रोगी कल्याण समिति में जमा होता है।
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