कैटल कैचर गाड़ी से आवारा गौवंशो को पकड़ कर गौशाला भेजा जायेगा- अखिलेश सिंह डिम्पल
दूबेपुर,सुलतानपुर। उत्तर प्रदेश में 1967 में जहां 65 गोशालाएं पंजीकृत थीं, वहीं 2015 में इनकी संख्या बढ़कर 390 हो गई। वर्तमान समय में इनकी संख्या 450 है। “सरकार द्वारा गौशालाओं की संख्या को बढ़ाया जाए ताकि सड़कों पर जो आवारा गाय घूमती हैं, उनको सहारा मिल सके और उनके गोमूत्र और गोबर से गौशाला को खुद चलाया जाए।” उक्त बातें ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अखिलेश प्रताप सिंह डिंपल ने कहा। बताते चलें कि शनिवार को ब्लाक मुख्यालय पर प्रमुख प्रतिनिधि के प्रयास से एक कैटल कैचर गाड़ी आई जिसको हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया ताकि किसानों की बर्बाद हो रही फसलों को बचाया जा सके, इस दौरान श्री सिंह ने कहा कि किसानों के लिए छुट्टा गाय सबसे बड़ी समस्या है। हर जिले में इनकी वजह से फसल बर्बाद हो जाती है। ऐसे में गायों के लिए सरकार कुछ कर सके तो सबसे ज्यादा प्रदेश के किसानों को लाभ होगा।” पशुप्रेमी व केशव सेना जिलाध्यक्ष घनश्याम सिंह बताते हैं, “जो गोचर जमीन है, उन पर या तो घर बन गए या खेती हो रही है। सरकार द्वारा इनको हटाना चाहिए। अवैध बूचड़खाने और जो पशु तस्करी के दौरान पकड़े जाते है उनके लिए कड़े कानून बने और उन्हें सजा हो।” दूबेपुर भाजपा मंडल महामंत्री संतोष सिंह ने कहा कि राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर में गोधाम पथमेड़ा की ओर से देश का पहला गौमूत्र रिफाइनरी प्लांट लगा है। इस प्लांट में गोवंश के गोबर से गत्ते बनाने का भी काम बड़े पैमाने पर शुरू किया गया। इस गौशाला द्वारा गोबर को दो रूपए किलो में खरीदा जाता है और गौमूत्र को पांच रुपए लीटर में खरीदा जाता है। इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की आमदनी भी हो रही है। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी संदीप सिंह, पंचायत सचिव रवी सिंह, बृजेश तिवारी, मनोज पाण्डेय, मुन्ने अमहट आदि लोग उपस्थित रहे।
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