आकार लेता भाजपा का मिशन 2024: ओपी राजभर NDA में शामिल, अमित शाह ने कहा- यूपी में मजबूती मिलेगी
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्ष को बड़ा तगड़ा झटका लगा है।उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर एक बार फिर एनडीए में शामिल हो गए हैं।ओपी राजभर ने दिल्ली में भाजपा के शाह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। इसके बाद ओपी राजभर ने गठबंधन में शामिल होने की घोषणा की। भाजपा के शाह अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि ओम प्रकाश राजभर से दिल्ली में भेंट हुई और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में आने का निर्णय लिया। मैं उनका एनडीए परिवार में स्वागत करता हूं। राजभर के आने से उत्तर प्रदेश में एनडीए को मजबूती मिलेगी और मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा गरीबों और वंचितों के कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों को और बल मिलेगा। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए गठबंधन में शामिल होने पर बयान दिया है। ओपी राजभर ने कहा कि हमने 14 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और विभिन्न मसलों पर चर्चा की। 2024 का चुनाव एक साथ लड़ने का फैसला किया। हमें साथ लेने के लिए पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहते हैं। सूत्रों की मानी जाए तो ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए में आने से पहले बड़ी योजना बनाई है। ओपी राजभर अपने बेटे अरुण राजभर को सुभासपा के टिकट पर गाजीपुर सीट से लोकसभा का उप चुनाव लड़वाना चाहते हैं।यहां भाजपा राजभर को समर्थन दे सकती है। वहीं ओपी राजभर का योगी सरकार में मंत्री बनने की चर्चा है।
बता दें कि इन दिनों यूपी के सियासी गलियारों में ओपी राजभर को लेकर बड़े जोर-शोर से चर्चाएं चल रही थीं। माना जा रहा था कि ओपी राजभर जल्द ही भाजपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं। अमित शाह से मुलाकात से पहले ओपी राजभर ने दिल्ली में भाजपा के अन्य बड़े नेताओं के साथ मुलाकात की है। उसके बाद कयास तेज हो गए थे कि ओपी राजभर का जल्द भाजपा गठबंधन में शामिल होने की घोषणा होगी।
ओपी राजभर ने कई मौकों पर बसपा मुखिया मायावती का भी समर्थन किया।भाजपा नेताओं के साथ भी देखे गए, जिसकी खूब चर्चाएं होती रहीं।अब ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा और भाजपा के बीच एक बार फिर गठबंधन हो गया है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान सुभासपा के साथ मिलकर भाजपा राजभर समाज को साधने की कोशिश करेगी।
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा अपने कुनबे को बढ़ाने की तैयारी में है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 18 जुलाई को एनडीए की बैठक होगी।इसमें कई दलों के शामिल होने की संभावना है।इस बैठक में जन सेना प्रमुख पवन कल्याण, चिराग पासवान, अजित पवार, जीतनराम मांझी समेत अन्य नेता भी शामिल होंगे।हाल ही में इन नेताओं की पार्टी ने एनडीए में एंट्री की है।पवन कल्याण भाजपा के सहयोगी रहे हैं और टीडीपी के भी करीबी माने जाते हैं।
2022 विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन हुआ था।ओपी राजभर ने अखिलेश साथ मिलकर चुनावी कैंपेन संभाला था।ओपी राजभर ने जीत के लिए तमाम रणनीति बनाईं और योगी सरकार को घेरने की कोशिश की थी।मगर चुनावी परिणाम दोनों के लिए निराशा लेकर आए थे। बाद में बयानबाजी से माहौल गरमाया और ओपी राजभर और अखिलेश यादव के बीच सियासी दूरियां बढ़ती चली गईं।
जानें कौन हैं ओम प्रकाश राजभर
ओमप्रकाश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया हैं।ओपी राजभर यूपी के जहूराबाद विधानसभा से 17वीं विधानसभा के सदस्य हैं।ओपी राजभर 2017 से जहूराबाद से विधायक हैं। 19 मार्च 2017 को ओपी राजभर पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग और विकलांग जन विकास विभाग के मंत्री के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री बने, लेकिन 20 मई 2019 को राजभर को गठबंधन विरोधी गतिविधियों के कारण मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था। उसके बाद 2022 में ओपी राजभर ने सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था।
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