केवलारी की जीवनदायनी मां बैनगंगा नदी को दूषित कर रही नगर परिषद- नीरज रानू ठाकुर
सिवनी। केवलारी विधानसभा क्षेत्र की दो प्रमुख नदियाँ एक माँ बैनगंगा और एक सागर बैनगंगा को मध्य भारत और मध्य प्रदेश की दूसरी बड़ी नदी कहुँ तो शायद अतिश्योक्ति न हो और सागर जो जन्मी भी केवलारी विधानसभा में बड़ी हुई भी केवलारी विधानसभा में और सिमट कर भी रह गई। केवलारी विधानसभा में अगर में बैनगंगा को माँ का दर्जा दूँ तो पितृत्व की संज्ञा सागर को दे ही सकता हूँ क्योंकि दोनों ही वर्तमान समय में केवलारी विधानसभा के पालनहार के रूप में है। मगर भू माफियाओं की नजर अब दोनों ही नदियों की कक्षार भूमि को सोखित कर और दूषित कर दोनों ही नदियों का अस्तित्व मिटाकर खुद की धन रूपी भूख मिटाने में लगी हुई है। बड़े बड़े भू माफिया को नगर परिषद का खुला संरक्षण प्राप्त है और यह सीएमओ केवलारी के आदेश पर दोनों ही नदियों के तट पर पुरे परिषद की गंदगी जिसमे प्लास्टिक पन्नी टिन लोहा और भी कई रसायनिक वस्तुओं का कचरा मालवीया वार्ड के पिछले नदी वाले हिस्से में फेंका जा रहा है जिससे नदियों का पानी दूषित मलिन और प्रदूषित हो रहा है।वही नदियाँ सकरी होने खतरा भी मंडरा रहा है। मुख्यालय में अत्यधिक रोष पैदा कर जन मानस को अति संवेदनशील विधायक राकेश पाल की छवि को भी धूमिल करना नगर परिषद के सीएमओ का प्रयास साफ दिखता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री व देश के प्रधानमंत्री और और प्रदेश के केंद्रीय जल शक्ति मंत्री प्रह्लाद पटेल जंहा नदियों को स्वच्छ बनाने का प्रयास कर रहे है, वही सीएमओ केवलारी का तुगलगी प्रशासन समझ से परे है। मैंने लगभग हर जगह शिकायत कर दी है, जल्द निराकरण नहीं निकला तो न्यायालय जाऊंगा और अगर फिर भी समय लगा तो जल्द ही अनशन पर बैठूंगा।
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