डॉक्टर तिवारी हत्याकांड: आरोपी विजय नारायण को एसटीएफ ने राजस्थान से किया गिरफ्तार
सुल्तानपुर। डॉ घनश्याम तिवारी के हत्यारोपी विजय नारायण सिंह को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद से वह फरार चल रहा था। एसटीएफ ने उसे राजस्थान से गिरफ्तार किया है। उसे अब लखनऊ लाया जा रहा है। गिरफ्तार आरोपी विजय मुख्य आरोपी अजय नारायण का चचेरा भाई है। बीते शनिवार की रात को अजय नारायण सिंह ने एमबीबीएस डॉक्टर घनश्याम तिवारी को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। इसके बाद उसे ई-रिक्शा में लादकर कोतवाली नगर थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर स्थित घर भेज दिया था। घर पहुंचते ही डॉक्टर लड़खड़ाकर गिर पड़े। परिजन उन्हें लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। शास्त्री नगर में किराए के मकान में डॉक्टर घनश्याम तिवारी (56) रहते थे। वह मूलरूप से जिले की लंभुआ तहसील के गांव सखौली के रहने वाले थे। डाक्टर घनश्याम तिवारी पिछले 3 साल से जयसिंहपुर सीएचसी पर बतौर संविदा डॉक्टर तैनात थे। डॉ घनश्याम की पत्नी रो रोकर अपने पति के हत्यारे पर कार्रवाई की मांग कर रही थीं। डॉक्टर की पत्नी निशा तिवारी ने बताया था कि शाम 4 बजे वे ड्यूटी से लौटे और उनसे 3 हजार रुपए मांगे। एक गिलास पानी पीकर वे पैसे लेकर घर से निकल गए। रात में जब वे गेट पर खड़ी हुई थीं, तो एक ई-रिक्शा आकर रुका और पति खून में लथपथ उससे उतरे और घर में कदम रखते ही गिर पड़े। नारायणपुर के रहने वाले अजय नारायण सिंह ने मेरे पति को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। पति ने शास्त्री नगर के विद्या मंदिर स्कूल के पास एक जमीन आरोपी अजय नारायण सिंह के पिता जगदीश नारायण सिंह से खरीदी थी। कब्ज मांगने पर मुख्य आरोपी रंगदारी की मांग करता था और अवैध पैसों की वसूली भी डॉक्टर से किया करता था। तंग आकर डॉक्टर ने रंगदारी देने से मना कर दिया तो आरोपी कुपित हो गया और डॉक्टर की बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी।
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