वरिष्ठतम सांसद मेनका ने लोकसभा के सेंट्रल हाल में कहा कि भारत माता के लिए कोई काम व सेवा छोटा नही
सुल्तानपुर। जिले की सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी को कार्यकाल के हिसाब से देश की वरिष्ठम संसद सदस्य होने के कारण लोकसभा के सेंट्रल हाल में संबोधित करने की जिम्मेदारी मिली। श्रीमती गांधी ने सेंट्रल हॉल में संबोधित करते हुए कहा मुझे इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा होने पर गर्व है। उन्होंने कहा मैंने अपनी अब तक की लंबी यात्रा में कभी हार न मानना सीखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने 2014 से हम सभी महिलाओं को समान हिस्सेदारी देने का बीड़ा उठाया है।उन्होंने बताया कि मे 32 साल की उम्र में पहली बार संसद में पहुंची। मेरा पदार्पण पर्यावरण मंत्री के रूप में हुआ। आज 35 साल बाद मैंने अपना अधिकांश व्यस्क जीवन इसी संस्थान में बिताया है। मैंने इस संसद में 7 प्रधानमंत्रियों और इतिहास को आकार लेते देखा है। उन्होंने बताया मेरा कई कार्यकाल निर्दलीय सांसद के रूप में रहा। 2004 में अटल बिहारी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई। तब से भाजपा के साथ-साथ इस प्रतिष्ठित सदन की सदस्य होने पर गर्व महसूस करती हूं। उन्होंने कहा लोकतंत्र का नया मंदिर नये भारत की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करेगा। उन्होंने कहा संसद सदस्य होना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि इसमें उन लाखों मतदाताओं की विश्वास की रक्षा करना शामिल है जो हमें अपनी आवाज बनने के लिए चुनते हैं। उन्होंने कहा कि वह हमेशा सबकी मदद के साथ गरीबों की भलाई व खुशहाली के लिए काम करती हैं। उन्होंने कहा मैं जहां भी रहूं हर मिनट का उपयोग सकारात्मक बदलाव लाने के लिए करती हूं। मैने सामाजिक न्याय मंत्री के रूप में एलिम्कों की स्थापना की। जो दिव्यांगों के लिए सहायक उपकरण बनाकर उनकी देखभाल करता है। उन्होंने कहा कोई भी सेवा कोई भी काम छोटा नहीं होता है। उन्होंने कहा मेरे लिए सबसे खुशी का पल प्रधानमंत्री जी द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की जिम्मेदारी दिया जाना था। उन्होंने बताया हमने 2 साल में देश की सोच बदलने का काम किया।आंकड़े बताते हैं कि एक स्थाई बदलाव समाज में आया। 2014 के पहले जहां प्रति 1000 पर 830 महिलाएं थी दो साल में बढ़कर 950 हो गई।भारत माता की सेवा में कोई सेवा छोटी नही है। मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र को अपना परिवार समझती हूं। मैंने प्रत्येक परिवार की देखभाल करना अपना प्राथमिक कर्त्तव्य समझा है। प्रधानमंत्री पूरे देश को अपना परिवार मानते हैं और प्रत्येक परिवार की जरूरतों का ध्यान रखते हैं। पीएम ने गरीबों को जनधन खाता, आवास शौचालय, बिजली, हर घर नल से पानी, गैस सिलेंडर, ईलाज के लिए आयुष्मान कार्ड देने का काम किया। सांसद मीडिया प्रभारी विजय सिंह रघुवंशी ने बताया कि लोकसभा में 8 मिनट 22 सेकंड में अपने 35 वर्ष के राजनीतिक जीवन पर दिए गए ऐतिहासिक भाषण के दौरान प्रधानमंत्री सहित सांसदों ने 11 बार तालियां बजाकर उनका स्वागत व अभिनंदन किया।
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