सप्लाई इंस्पेक्टर, थानाध्यक्ष व कोटेदार के बयान से राशन की कालाबाजारी पर रहस्य बरकरार
केएमबी ब्यूरो
सुल्तानपुर। जिले में पूर्ति महकमें की नाक के नीचे हो रही सरकारी राशन की कालाबाजारी पूर्ति विभाग बेखबर, मामला विकासखंड जयसिंहपुर की ग्राम पंचायत भीखुपुर का है जहां बीती रात ग्रामसभा मेें पिकअप में लादकर कालाबाजारी के लिए ले जा रहे अनाज को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और राशन की कालाबाजारी की सूचना 112 पुलिस को दी। थाना क्षेत्र में ग्रस्त कर रही 112 वाहन संख्या 2801 की पुलिस मौके पर पहुंचकर अनाज समेत पिकअप संख्या यूपी 44 टी 5668 को कब्जे में लेकर जयसिंहपुर कोतवाली ले गई। सूत्र बताते हैं अनाज की गाड़ी थाने पहुंचते ही दलालों के माध्यम से रात में ही जयसिंहपुर कोतवाली थानाध्यक्ष ने सेटिंग गेटिंग के माध्यम से अनाज सहित पिकअप को छोड़ दिया। इस संबंध में थानाध्यक्ष से वार्ता की गई तो उन्होंने ऐसी किसी घटना तथा थाने में अनाज के साथ खड़ी पिकअप से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा इस तरह की कोई घटना घटी ही नहीं है, जो भी आरोप लग रहे हैं वह असत्य और निराधार है, लेकिन जब इसी प्रकरण में पूर्ति निरीक्षक जयसिंहपुर से वार्ता की गई तो उनका कहना है मामला संज्ञान में है लेकिन इस समय उनके हाईकोर्ट में होने के कारण अनाज के साथ पकड़ी गई गाड़ी में बोरियों के बारे में कुछ नहीं कह सकते लेकिन बोरियां तो खाद्य विभाग की है। सप्लाई इंस्पेक्टर का कहना है कि बोरी में धान भरा हुआ था जबकि वायरल वीडियो के माध्यम से साफ देखा जा सकता है कि बोरियों में चावल और गेहूं भरा हुआ है। पूर्ति निरीक्षक द्वारा भी लीपापोती करते हुए कोटेदार को बचाने की कोशिश की जा रही है, पूर्ति निरीक्षक ने कहा फिलहाल पकड़ी गई पिकप अनाज के साथ जयसिंहपुर कोतवाली में खड़ी है, जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि सरकारी बोरियों में क्या भरा हुआ था। पूर्ति निरीक्षक ने यह भी कहा खाद्य विभाग की बोरियां बाजारों में आसानी से मिल जाती हैं जिससे अंदाजा लगाना मुश्किल है कि पकड़ा गया अनाज सरकारी है अथवा प्राइवेट, जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। प्रकरण के संबंध में जब भीखपुर कोटेदार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे यहां ट्रक से सरकारी अनाज उतर जा रहा था लेबर हमारे ही हैं लेकिन वह अनाज हमारा नहीं है। फिलहाल कालाबाजारी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। थानाध्यक्ष जयसिंहपुर, पूर्ति निरीक्षक जयसिंहपुर व कोटेदार भीखपुर के परस्पर विरोधाभासी बयानों से राशन की कालाबाजारी पर रहस्य बना हुआ है। पूर्ति निरीक्षक जयसिंहपुर के कथनानुसार यह जांच का विषय है जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। यदि राशन सरकारी नहीं था रात में चोरों की तरह उसको लादकर ले जाने की जरूरत ही नहीं थी। अब देखना है की जांच के बाद सही स्थिति सामने आती है कि मामले की लीपापोती कर प्रकरण को दबा दिया जाता है।
Tags
विविध समाचार