रामलला के हुए दिव्य दर्शन, महंतों का मिला आशीर्वाद, अयोध्या के विकास कार्यो और मंदिर निर्माण की हुई समीक्षा
अयोध्या में चल रहे रामलला मंदिर के व्यापक निर्माण और विकास कार्यों की समीक्षा के लिए ऑल इंडिया न्यूजपेपर एसोसिएशन, आईना के प्रतिनिधि मंडल ने वहां के विकास कार्यों की समीक्षा के साथ कवरेज किया। मंदिर निर्माण युद्ध स्तर पर जारी है। उत्तर प्रदेश सरकार विश्व पर्यटन की सूची में अयोध्या धाम को वरीयता पर लाने के लिए नवनिर्माण में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। ऑल इंडिया न्यूज़पेपर एसोसिएशन, आईना के पदाधिकारी और सदस्यों द्वारा अयोध्या कवरेज की यात्रा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया जिनके कुशल दिशा निर्देशन में अयोध्या में चल रहे निर्माण कार्य को न सिर्फ करीब से देखने का मौका मिला बल्कि अयोध्यावासियों से वार्ता करके योगी सरकार द्वारा किये गए व्यापक विकास के सुःखद एहसास का अवसर भी प्राप्त हुआ।
अयोध्या यात्रा के दौरान शासन प्रशासन द्वारा मिले अभूतपूर्व सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय वर्मा ने बताया कि आईना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डीपी शुक्ला अपने मिलनसार स्वभाव और धारदार पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं और इस यात्रा के आयोजन और प्रयोजन में उनका खास योगदान है। हूटर बजाती पुलिस की गाड़ियों का काफिला, महंतो का आशीर्वाद अभूतपूर्व आतिथ्य उनके सहयोग से ही प्रपात हुआ है।
आईना टीम के अध्ययन के अनुसार अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का ग्राउंड फ्लोर साल 2023 के अंत तक तैयार हो जाएगा। इसके बाद श्रद्धालु भगवान श्रीराम के दर्शन कर पाएंगे। मंदिर में तीन मंजिल होंगी और संभवत: पहली मंजिल पर राम दरबार होगा, मंदिर की संरचना को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि रामनवमी के दिन दोपहर के समय एक खिड़की के जरिए सूर्य की किरणें रामलला की मूर्ति पर पड़ें। इसके लिए खगोलीय अध्ययन किया जा रहा है। पूरे परिसर में एक अत्याधुनिक डिजिटल संग्रहालय, एक तीर्थ सुविधा केंद्र, साधुओं और संतों के निवास स्थान, सभागार और प्रशासनिक भवन होंगे। संग्रहालय में मंदिर निर्माण का इतिहास और विभिन्न देशों की रामकथाओं की पांडुलिपियां रखी जाएंगी, मंदिर के निर्माण में कई वर्षो से कारसेवक पुरम में खास तौर पर बनाये नक्काशीदार पत्थर का इस्तेमाल भी किया जाएगा। मंदिर में इस्तेमाल किए गए पत्थरों को तांबे का उपयोग करके जोड़ा जाएगा, न कि स्टील का क्योंकि तांबा संक्षारक होता है और इसकी अधिकतम आयु 100 वर्ष है। संवेदनशीलता को देखते हुए देश भर से भेजी गई राम शिलाओं (ईंटों) को भी परिसर में कहीं न कहीं उचित रूप से स्थान दिया जाएगा। हालांकि मंदिर में ईटों से कोई निर्माण नहीं किया जा रहा है। मंदिर परिसर का बारीकियों से अध्ययन उपरांत आईना परिवार को फैजाबाद में मारवाड़ी सेवा ट्रस्ट द्वारा भागवत कथा में स्वागत किया गया। जहां आईना परिवार को व्यास श्रीराम मोहन जी महाराज का आशीर्वाद और सम्मान मिला।
अयोध्या की यात्रा में मुख्य रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय वर्मा,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डी पी शुक्ला, संत प्रसाद शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष, परमजीत सिंह, उपाध्यक्ष अनिल तिवारी, श्यामल त्रिपाठी, सचिव हेमंत चंदानी, पारितोष रंजन, एसपी गुप्ता महिला अध्यक्ष गुरमीत कौर के साथ रंजना राठौर, रेनू निगम, ऊषा सिंह, वरिष्ठ वीडियो जर्नलिस्ट अनिल सैनी, फ़ोटो जर्नलिस्ट टीटू और अतहर रज़ा सहित आईना परिवार के अयोध्या जिलाध्यक्ष श्याम जी मध्यान शामिल रहे।
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