एसके प्रेसिडेंसी के छात्रों ने मॉडल चार्ट प्रदर्शित करते हुए अपनी प्रतिभा का किया प्रदर्शन
केएमबी ब्यूरो
सुल्तानपुर। एस के प्रेसीडेंसी ओदरा में बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के उद्देश्य से शैक्षिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। शैक्षिक प्रदर्शनी में कक्षा एक से लेकर बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने अपने-अपने मॉडल चार्ट आदि को प्रदर्शित करते हुए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि आर.बी. श्रीवास्तव (प्रधानाचार्य, फैजाबाद पब्लिक स्कूल, फैजाबाद), अमित त्रिपाठी (प्रवक्ता, चाचा नेहरु इन्टर कॉलेज, सुल्तानपुर), अभिषेक शुक्ल (प्रवक्ता, कॉमर्स), डॉ. यशपाल कोरी और शेष मणि मिश्र (प्रधानाचार्य एस. के. प्रेसीडेंसी) आदि ने माँ शारदा के प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित और पुष्पार्चन करके किया। प्रदर्शनी का प्रारंभ विज्ञान से होकर साहित्य पर समाप्त हुआ। हिंदी साहित्य में- “जामुन का पेड़”, “दो बैलो की कथा” शीर्षक पर छात्रों ने आकर्षक मॉडल बनाया। “रसखान के सवैये”, प्रकृति संदेश और हिंदी व्याकरण आदि चार्टों द्वारा लोगों ने बच्चों से जानकारियां प्राप्त की। संस्कृत साहित्य में छात्रों ने “नीति-नवनीतम्” का चार्ट आकर्षण का केंद्र रहा। अंग्रेजी साहित्य में- “टी फ्रॉम आसाम”, “द स्कूल बॉय’, “द हैप्पी प्रिंस”, “द शहनाई ऑफ़ बिस्मिल्लाखान” और अंग्रेजी व्याकरण सम्बन्धी छात्र एवं मोडलों ने लोगों को आकर्षित किया। अभिभावकों एवं आगंतुको ने बच्चों से चार्ट और मॉडल विषयक जानकारी प्राप्त की। सामाजिक विज्ञान में- “वालकेनो”, “मॉडल ऑफ़ पालमपुर विलेज”, “पार्ट ऑफ़ अर्थ”, “मॉडल ऑफ़ सोलर सिस्टम”, “स्टेट्स एंड कैपिटल्स” आदि पर चार्ट बनाकर विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा दिखाई| विज्ञान का आकर्षण का केंद्र- “स्मार्ट ग्लास”, “लेज़र सिक्योरिटी अलार्म”, “रेन वाटर हार्वेस्टिंग”, “हाइड्रोलिक ब्रिज” आदि रहे| इसके अतिरिक्त इकोनॉमिक्स, कॉमर्स का मूल्यांकन मुख्य अतिथि द्वारा हुआ। इसके अतिरिक्त अन्य विषयों– फिजिकल एजुकेशन, सामान्य ज्ञान, और लाइब्रेरी की गतिविधियों पर विद्यार्थियों ने अपने मॉडल व चार्ट प्रदर्शित करके लोगों के मन में आधुनिक शिक्षा के प्रति जिज्ञासा बढाई। विज्ञान प्रदर्शनी के मॉडलों एवं चार्टों का मूल्यांकन डॉ. यशपाल कोरी और अमित त्रिपाठी ने किया। मुख्य अतिथि आर. बी. श्रीवास्तव जी ने कहा की ऐसी प्रदर्शनी अभिभावकों एवं छात्रों को शिक्षा में “करके के सीखने” के प्रति जिज्ञासा बढ़ाती है, उनके सहयोगी अमित मिश्र जी ने बच्चों का मार्गदर्शन किया और उनके द्वारा किये कार्यो की सराहना की। विद्यालय के प्रधानाचार्य शेष मणि मिश्र ने मुख्य अतिथि, अभिभावकों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए कहा कि- आपकी जागरूकता ही हमारे लिए सहयोग की पूंजी है।
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