बेसिक शिक्षा में जबरन अनुपस्थित दिखाकर लंबे समय से चल रहा है अवैध वसूली का खेल- अखिलेश प्रताप सिंह
सुल्तानपुर। शिक्षक सूर्य प्रताप द्विवेदी ने खंड शिक्षा अधिकारी की मानसिक प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर खुदकुशी कर ली। इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में शिक्षक की मृत्यु हो गई। शिक्षक की असामयिक मृत्यु पर जिले के शिक्षा जगत में शोक की लहर व्याप्त है। खंड शिक्षा अधिकारी की प्रताड़ना से त्रस्त शिक्षक की मौत पर दुबेपुर ब्लॉक प्रमुख के प्रतिनिधि अखिलेश प्रताप सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। अध्यापकों से अवैध वसूली के लिए बेसिक शिक्षा के अधिकारियों द्वारा तरह-तरह के हथकंडे अपनाये जाते रहते हैं। जब से बेसिक शिक्षा विभाग से ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार छिन गया तब से खंड शिक्षा अघिकारियों ने धन उगाही का नया गोरख धंधा शुरू कर दिया। जनपद में शिक्षकों की उपस्थिति चेक कर उनका वेतन रोकना और उन्हें निलंबित करना, धन लेकर बहाल करने का खेल जोरों पर चल रहा है।जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के खंड शिक्षा अधिकारी इस गोरख धंधे में बुरी तरीके से लिप्त हैं। इसी का शिकार हुए हैं सूर्य प्रकाश द्विवेदी जो की योग्य कर्मठ शिक्षक और एक ख्यातिल्लब्ध उद्घोषक थे। एक शिक्षक की मान मर्यादा एवं उसकी प्रतिष्ठा उसके सम्मान को खंड शिक्षा अधिकारी कुड़वार द्वारा तार तार किए जाने से आहत होने पर उन्होंने आत्महत्या कर ली। जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए और मृतक सूर्य प्रकाश के परिजनों को न्याय मिलना ही चाहिए।
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