गोमती मित्र रखते धाम का पूरा ध्यान, पहले श्रमदान फिर स्नान-ध्यान-जलपान
सुल्तानपुर। पिछले 12 वर्षों से बदस्तूर जारी है गोमती मित्रों का सीता कुंड धाम पर होने वाला साप्ताहिक श्रमदान,मौसम अनुकूल हो प्रतिकूल हो कोई फर्क नहीं पड़ता। गोमती मित्रों को अपने समय से सीताकुंड धाम पहुंचना है। पूरे धाम को साफ सुथरा करना है। आने वाले श्रद्धालुओं को धाम पहुंचने के बाद किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो इसका ध्यान रखना है। साथ ही वहां पर उपस्थित लोगों को व जनपद के आम जनमानस को स्वच्छता का संदेश लगातार देते रहना है। वैसे भी जनपद में जब स्वच्छता की बात आती है तो अनायास लोगों के मुंह से निकल जाता है की गोमती मित्रों का कोई जवाब नहीं। प्रशासन भी जब स्वच्छता जागरूकता को लेकर कोई कार्यक्रम करता है तो सबसे पहले गोमती मित्र मंडल से ही सहयोग की अपेक्षा रखता है और यह गोमती मित्रों के लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है। रविवार २४ दिसंबर को भी प्रातः ०६:३० से जुटे गोमती मित्रों ने तीन घंटे में पूरे तट, धाम व सीता उपवन को साफ करके सायंकाल होने वाली महा आरती की तैयारी शुरू कर दी। कारण की अब आरती में भी जन सैलाब उमड़ता है, जहां न केवल लोग गोमती की धारा में कूड़ा करकट न प्रवाहित करने की शपथ लेते हैं बल्कि श्रमदान में भी अपना सहयोग देने का आश्वासन देते हैं। श्रमदान में मुख्य रूप से उपस्थित रहे प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह "मदन", मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी, डॉ. दिनकर प्रताप सिंह, मुन्ना सोनी, अजय प्रताप सिंह, राजेश पाठक, आलोक तिवारी, राम क्विंचल मौर्य, सचिन सोनकर, आयुष, तुषार, अर्जुन यादव, हैप्पी, आदित्य, गुरु नारायण, सूरज, चंद्र प्रकाश, अर्पित आदि।
Tags
विविध समाचार