हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से लगी भीषण आग मे धूं धूंकर जल उठी बस, कई लोग जिंदा जले
गाजीपुर।उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में बड़ा हादसा हुआ है। यहां एक यात्री बस में 11 हजार वोल्ट के हाईटेंशन तार छू जाने से बस में आग लग गई।आग लगते ही बस धू-धू कर जलने लगी।मौके पर चीख-पुकार मैच गई।अभी तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है।मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
मिली जानकारी के अनुसार शहर के मरदह क्षेत्र के महाहर धाम के पास एक मिनी बस में हाईटेंशन लाइन के तार छू जाने से आग लग गई।देखते ही देखते बस आग का गोला बन गई। आग इतनी भीषण थी कि कोई भी इसे बुझाने के लिए बस के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका।जलती बस के अंदर कई यात्री फंस गए,जिसमें बच्चे भी शामिल हैं।घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए।राहत और बचाव का कार्य शुरू किया गया। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।हादसे में आधा दर्ज से ज्यादा लोगों के हताहत होने की आशंका है। घटना का हैरान कर देने वाला वीडियो भी सामने आया है।
बस में सवार लोगों के मुताबिक बस मऊ से बरात लेकर मरदह के महाहर धाम पर आ रही थी। बस कच्चे रास्ते से आ रही थी और उसमें 30 से ज्यादा लोग सवार थे।इसी बीच बस पर हाईटेंशन लाइन का तार छू गया और आग लग गई।लोग अपनी-अपनी जान बचाकर भागने लगे,लेकिन बच्चे और महिलाएं में बस में फंस गए।
बस में सवार मीरा ने बताया कि बस में करीब 40 से 50 लोग सवार थे।उनमें से काफी लोगों की मौत हो गई है।मीरा ने रोते हुए कहा कि वह बरात लेकर गाजीपुर के महारे जा रहे थे। रास्ते में जाते समय बस में अचानक आ लग गई।बस में बहुत लोग थे करीब 50। मैं बस में आगे की तरफ बैठी थी और बाहर फेंका गई।मेरे बच्चे भी उसी बस में थे जो आग की चपेट में आ गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजीपुर बस हादसे का संज्ञान लिया है। सीएम ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपये दिए जाने के निर्देश दिए हैं।सीएम ने प्रशासनिक अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे तत्काल घटनास्थल पर पहुंचें।जिला प्रशासन घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था करे और राहत और बचाव कार्य में तेजी लाए।
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