तपती धूप में पानी को तरस रहे पशु-पक्षी, लाखों खर्च के बाद भी सूखे पड़े तालाब
सुल्तानपुर। स्थानीय सांसद मेनका संजय गांधी पशु प्रेमी है और इस समय चुनावी पर्व के कारण वह जीरो ग्राउंड पर सड़क सड़क, गली-गली, गांव-गांव तक जा रही है। देखना है कि हकीकत से रूबरू होने के बाद सांसद महोदया की तरफ से इस समस्या पर क्या पहल की जाती है? केंद्र सरकार द्वारा गांवों में तालाबों का अस्तित्व बरकरार रखने के लिए मनरेगा के तहत कार्य कराने की योजना संचालित की गई। सौंदर्यीकरण के नाम पर काफी धनराशि मुहैया कराई गई। इसी के तहत जनपद सुल्तानपुर के हर ब्लॉक हर गांवों में तालाबों की खुदाई कराई गई थी। पानी के अभाव में पशु पक्षियों के लिए पेयजल की समस्या उत्पन्न हो रही है। गर्मी की शुरुआत के साथ ही अधिकांश तालाब सूखे पड़े हैं। इनके भरवाने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। ऐसे में एक ओर जहां पशु, पक्षियों के समक्ष संकट खड़ा हो गया है तो दूसरी ओर प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। पशुपालकों को भी अपने पालतू मवेशियों के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। इनके भरवाने के लिए नहर और ग्राम सभा की निजी संसाधन है जरिया है जहां नहरे सुखी वीरान पड़ी है। तालाबों के न भरने से ग्रामीण चितित दिखाई पड़ रहे हैं। लेकिन अभी तक न तो नहर में पानी नहीं छोड़ा जा सका है और न ही जिलाधिकारी द्वारा ही सूखे पड़े तालाब व पोखरों में पानी भरवाने के लिए कोई दिशा निर्देश ही जारी किया गया है जिससे पानी पर निर्भर पशु पक्षियों को राहत मिल सके। सिर्फ तालाबों के खुदाई और सौंदर्यीकरण करण के नाम पर मनरेगा का सिर्फ पैसा खर्च हो रहा है।
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