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नीट परीक्षा में धांधली के बाद यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द होना एनटीए की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल

नीट परीक्षा में धांधली के बाद यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द होना एनटीए की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल

केएमबी संवाददाता

सुलतानपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुशभवनपुर द्वारा एन टी ए द्वारा नेट परीक्षा में अनियमितता पर जिला कलेक्ट्रट पर विरोध प्रदर्शन किया गया । यहाँ अभाविप काशी प्रान्त सह मंत्री शुभेन्द्र ने बताया पिछले कई दिनों से एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं में भारी अनियमितताएं देखने को मिल रही हैं। नीट की परीक्षा में अनियमितता के बाद अब यूजीसी नेट की परीक्षा का बीते दिन रद्द होना एनटीए जैसी सरकारी संस्था के ऊपर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है, जोकि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाला विषय है। ज्ञात हो कि इस वर्ष विश्वविद्यालयों में पीएचडी हेतु प्रवेश भी यूजीसी- नेट स्कोर के माध्यम से होने थे। परीक्षा रद्द होने से पीएचडी प्रवेश के अभ्यर्थियों के मन में भी गहरी शंकाएं उत्पन्न हो गई हैं। अभाविप ने शिक्षा मंत्रालय से मांग करते हुए कहा है कि इस संबंध में संबंधित एजेंसियों को स्थिति शीघ्र स्पष्ट करनी चाहिए जिससे पीएचडी के अभ्यर्थियों का भी किसी प्रकार से नुकसान न होने पाए, तथा परीक्षा पूर्णतया निष्पक्ष एवं पारदर्शी हो यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। अभाविप कुशभवनपुर विभाग संयोजक शिवम् ने कहा, "परीक्षाओं में लगातार अनियमितताओं की घटनाएं विचलित करने वाली एवं दुर्भाग्यपूर्ण हैं जो न केवल एनटीए जैसी परीक्षा एजेंसियों की क्रेडिबिलिटी पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है बल्कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाली हैं। यह स्थिति किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं है। कुशभवनपुर जिला संयोजक तेजश्व पाण्डेय ने कहा -बीते दिन यूजीसी नेट की परीक्षा का रद्द होना, यूजीसी नेट के अभ्यर्थियों के साथ-साथ पीएचडी प्रवेश की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों का भविष्य भी अधर में डालने वाला है। अभाविप शिक्षा मंत्रालय एवं संबंधित एजेंसियों से इस संबंध में स्थिति को त्वरित रूप से स्पष्ट करने की मांग करती है, ताकि छात्रों के मन में अपने भविष्य को लेकर व्याप्त गहरी शंकाएं दूर हो सकें। अभाविप यह मांग करती है कि लगातार होने वाली इस प्रकार की अनियमितताओं की जांच सीबीआई से करवानी चाहिए एवं दोषियों को, चाहे वह ब्यूरोक्रेसी में लिप्त ही क्यूं न हों, कठोर दंड सुनिश्चित करना चाहिए। विरोध प्रदर्शन के दौरान विभाग प्रमुख डॉ संतोष अंश , परमेंन्द , अभय, सत्यम त्रिपाठी, रुद्र प्रताप, सुमित, हेमंत, विधान, मधुरम, हर्ष, अनुज पाण्डेय, सचिन तिवारी, आदर्श शुक्ला, प्रतिमा, प्रीति, अवनेंद्र, राज संजय कुमार, इंद्रमणि, शिवम, प्रियांशु सिंह, उत्कर्ष आदि मौजूद रहे।
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