कोचिंग के नाम कमरा लेकर चलाते थे नेटवर्क, कमाए 190 करोड़, तरीका जान भौचक रह गई पुलिस
साइबर ठगी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के 11ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
आजमगढ़ के कोतवाली क्षेत्र में एक मकान में किराए के कमरे पर 11 लड़के कोचिंग चलाते थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोचिंग में एक भी छात्र नजर नहीं आता था। 11 लड़कों ने 190 करोड़ रुपये की कमाई कर डाली। रोजाना की लाखों में कमाई हो रही थी। लग्जरी लाइफ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो 35 लाख का सामान रखे थे। पुलिस जब पीछा करते हुए इन लड़कों तक पहुंची तो रईसी की असली वजह सामने आ गई। पुलिस अधिकारी भी कमाई का तरीका जानकर भौंचक रह गए।पुलिस ने 190 करोड़ की ठगी के मामले में 11 साइबर ठगों को स्वॉट टीम और साइबर टीम के ज्वॉइंट ऑपरेशन में ऑनलाइन जुआ गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी केंद्र सरकार की ओर से प्रतिबंधित ऑनलाइन जुआ REDDY, ANNA, LOTUS, MAHADEV ऑनलाइन बेटिंग ऐप के जरिये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप्प, मेटा और टेलीग्राम चैनलों के माध्यम से लोगों को फंसाते थे। आरोपी लोगों को पैसा दोगुना-तीन गुना करने का लालच देते थे। 190 करोड़ से अधिक की साइबर ठगी का आरोप है। आरोपियों के 169 बैंक खातों को फ्रीज किया गया है जिनमें लगभग दो करोड़ रुपये हैं। आरोपी कोचिंग के नाम पर कमरा लेकर ठगी को अंजाम दे रहे थे। आरोपी इन ऐप के कई गेमों में उनकी लॉगिन आईडी बनाकर सारे पैसे की ठगी करके सारा पैसा फर्जी खातों और फर्जी मोबाइल नंबरों के माध्यम से ट्रांसफर कर लेते थे। ठगी के बाद आरोपी आईडी को ब्लाक कर देते थे। इस संगठित गैंग में भारत, श्रीलंका और यूएई के नंबर व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़े थे। ठगी के पैसों का आदान-प्रदान किया करते थे। गिरफ्तार 11 आरोपियों में से छह उत्तर प्रदेश के, बिहार और उड़ीसा से दो-दो और एक आरोपी एमपी का है। एक आरोपी आजमगढ़ जिले के सरायमीर थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर बीनापारा का रहने वाला मिर्जा उमर बेग उर्फ उमर मिर्जा है। आरोपियों के ऊपर देश के विभिन्न राज्यों में 71 साइबर ठगी के मामले दर्ज हैं।
एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि आजमगढ़ जिले में इन आरोपियों की दो यूनिट चल रही थी। दोनों यूनिट में 13 लोग काम कर रहे थे। आरोपी व्हाटसएप्प ग्रुप के जरिये आम लोगों से बात करते थे, जो लोग इच्छा जताते थे, उनसे फीस लेकर उनकी लॉगिन आईडी जनरेट की जाती थी।
जिले की एसओजी टीम को लीड कर रहे नंद कुमार तिवारी और साइबर प्रभारी विमल प्रकाश राय की टीम ने छापेमारी करते हुए 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में राम सिंह महाराजगंज, संदीप यादव मिर्जापुर, विशालदीप सिंह उड़ीसा, अजय कुमार पाल बिहार, आकाश यादव, लालगंज वाराणसी, पंकज कुमार मध्य प्रदेश, विशाल यादव मिर्जापुर, आनंदी कुमार यादव बिहार और मिर्जा उमर बेग उर्फ उमर मिर्जा आजमगढ़ जिले के इब्राहिमपुर थाना सरायमीर के बीनापार का रहने वाला है। आरोपी करीब 5 साल से इस गोरखधंधे में शामिल थे।
एसपी हेमराज मीणा का कहना है कि आरोपियों के 169 बैंक खातों में दो करोड़ रुपये से अधिक फ्रीज कराए गए हैं। आरोपियों के कब्जे से 35 लाख रुपये के सामान, जिनमें तीन लाख 40 हजार नकद, 51 मोबाइल फोन, छह लैपटॉप, 61 एटीएम कार्ड, 56 बैंक पासबुक, 19 सिमकार्ड, सात चेकबुक, तीन आधार कार्ड और एक डोंगल बरामद किया गया है। एसपी का कहना है कि इस मामले में फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है, जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
Tags
अपराध समाचार