प्राचार्य राजकीय मेडिकल काॅलेज ने चिकित्सक के विरूद्ध गठित की जांच समिति
केएमबी संवाददाता
सुल्तानपुर जिले में कुछ निजी नर्सिंग होम दलालो के दम पर आम लोगों की जिंदगी से खेल रहे है, और यह तब हो रहा है, जब प्रदेश सरकार द्वारा जिले को मेडिकल काॅलेज की सौगात देकर आम जनता के लिए बेहतरीन सुविधा दी है, परंतु जिले वासियों ने जैसी उम्मीद की थी, वैसा बिल्कुल नही रहा। ताजा मामला मेडिकल काॅलेज के नेत्र विभाग का है, जहा गरीब मरीजों की नेत्र संबंधित जांच, दवा ईलाज व आप्रेशन की सुविधा निशुल्क होने के बावजूद सरकार की योजना को धडा़म किया जा रहा है। सूत्र बताते है कि ओपीडी में आंखों का ईलाज करवाने आने वाले मरीजो को एक महिला डाक्टर चुनहा स्थित एक निजी नर्सिंगहोम में ट्रांसफर करती है। यह वही नर्सिंगहोम है जिसपर बहुत सारे इल्जाम है। बीते सप्ताह इसी नर्सिंगहोम में जच्चा-बच्चा की आप्रेशन के दरम्यान मौंत हो गई थी। आजकल उसी निजी नर्सिंगहोम में उक्त महिला डाक्टर द्वारा आंखों के आप्रेशन के लिए मरीजों को बुलाया जाता है। सूत्र बताते है की बीते सोमवार को उक्त महिला डाक्टर ने दर्जनों आप्रेशन किया था। शुक्रवार को पुनः उसी नर्सिंग होम में महिला डाक्टर पहुंचकर गरीब मरीजों के ईलाज के नाम पर लूटने का काम करती दिखाई दी। उक्त प्रकरण की प्राचार्य मेडिकल काॅलेज डाॅ. सलिल श्रीवास्तव को जानकारी हुई तो उनके द्वारा एक समिति गठित की गई है। प्राचार्य डाॅ.सलिल श्रीवास्तव ने बताया की जांच समिति की रिपोर्ट आने पर कठोर कार्यवाई की जाएगी। हांलाकि प्राचार्य द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है कि मेडिकल काॅलेज में मरीजों को समस्त सुविधाए उपलब्ध हो, परंतु उनके पीठ पीछे भ्रष्टाचार का खेल बडे़ पैमाने पर हो रहा है। देखना होगा की सारे साक्ष्यों होने के बाद भी उक्त महिला डाक्टर के खिलाफ प्राचार्य द्वारा कैसी कार्यवाई होती है।
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