गोमती मित्र बनना नहीं है आसान: तपते हैं, थकते हैं, रोज करते हैं श्रमदान
सुल्तानपुर। जनपद का शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र होगा जहां लोग स्वच्छता के लिए गोमती मित्र मंडल द्वारा किए जा रहे प्रयासों की चर्चा ना करते हो और अगर बात सीता कुंड धाम की हो तो लोगों के जेहन में अपने आप ही गोमती मित्रों की तस्वीर उभर आती है,यह सम्मान गोमती मित्रों को साल दो साल में नहीं मिला है बल्कि बारह वर्षों की अनवरत यात्रा जिसमें नगर,जनपद,प्रदेश के अन्य जनपदों और प्रदेश के बाहर अन्य प्रदेशों में भी स्वच्छता के लिए लोगों को जागरूक करने की महिम चलाते रहने के कारण हासिल हुआ है,वरिष्ठ पदाधिकारी राजेश पाठक मुन्ना कहते हैं कि इतने वर्षों से लगातार श्रमदान करते रहने के बावजूद भी गोमती मित्रों को ना उबन है ना थकान ना ही विश्राम की भावना और फिर 2025 तो गोमती मित्रों के लक्ष्य का निर्णायक वर्ष है,रविवार 8 दिसंबर को भी गोमती मित्रों ने सर्द ठिठुराती हवा में प्रातः 6:30 बजे से ही श्रमदान शुरू किया और 9:30 तक अनवरत जुटे रहे जब तक कि पूरा परिसर साफ नहीं हो गया,श्रमदान में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन, मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी, मुन्ना सोनी, आलोक तिवारी, राकेश मिश्रा, राकेश सिंह दद्दू, मुन्ना पाठक, सुजीत कसौधन, संत कुमार प्रधान, दाऊजी, दिनकर प्रताप सिंह, पप्पू शर्मा, सोनू सिंह, अनुज प्रताप सिंह, अजय प्रताप सिंह, राम क्विंचल मौर्य, विकास शर्मा, अभय, अर्जुन, रोहित, अर्पित, आयुष, हैप्पी, प्रांजल, श्याम, आभास आदि उपस्थित रहे।
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