बिजनौर से बड़ी खबर: पुलिस का खौफ, एनकाउंटर का डर, गिड़गिड़ाते हुए मां के साथ थाने पहुंचा किडनैपर
बॉलीवुड एक्टर मुश्ताक खान के अपहरण के आरोपी ने बिजनौर में सरेंडर कर दिया। बुधवार को आरोपी अपनी मां के साथ हाथ ऊपर करके शहर कोतवाली पहुंचा। गिड़गिड़ाते हुए उसने पुलिस से कहा- मुझे माफ कर दीजिए। कसम खाता हूं, अब अपराध नहीं करूंगा। आरोपी के साथ उसकी मां भी थी। वह हाथ जोड़कर चल रही थी। उसने रोते हुए पुलिस से बेटे की जान बख्शने की गुहार लगाई। कहा- बेटे से गलती हो गई। इसे माफ कर दीजिए। गोली मत मारिए। इसीलिए मैं इसके साथ आई हूं।
SP सिटी संजीव वाजेपयी ने बताया- आरोपी शिवम ने अपनी गलती मानते हुए सरेंडर कर दिया। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मुश्ताक खान अपहरण मामले में अब तक 10 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। यूपी में एनकाउंटर के डर से अपराधियों में खौफ है। कल इसी मामले में आरोपी अंकित पहाड़ी ने सरेंडर किया था। मालूम हो कि यूपी पुलिस ने पिछले 48 घंटों में लखनऊ बैंक लूट के दो आरोपियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। यह अपहरण कांड का 10वां आरोपी है। जो अपनी मां के साथ सरेंडर करने शहर कोतवाली पहुंचा।
मंगलवार को अपहरण कांड के आरोपी अंकित पहाड़ी ने भी रोते हुए और हाथ जोड़कर शहर कोतवाली में सरेंडर किया था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। अंकित पर मेरठ पुलिस ने 25,000 रुपए का इनाम घोषित किया था।
3 दिन पहले पुलिस ने अपहरण कांड के मास्टरमाइंड लवीपाल को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। सोमवार को घेराबंदी के दौरान लवीपाल ने पुलिस पर फायरिंग की। एक गोली शहर कोतवाल उदय प्रताप की बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी थी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में लवीपाल के पैर में गोली लगी। वह जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया। हालांकि, उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।
अब जानिए एक्टर मुश्ताक खान के अपहरण की कहानी
15 अक्तूबर को मेरठ से राहुल सैनी ने मुश्ताक खान से सीनियर लोगों को सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम के संबंध में बात की। 20 नवंबर को मुंबई से दिल्ली के लिए एक फ्लाइट का टिकट बुक कराया। 20 नवंबर को सार्थक चौधरी उर्फ रिक्की, लवी, आकाश, शिवा, अर्जुन, अंकित, अजीम, शुभम, और सबी उद्दीन, किराए की कार और लवी की स्कॉर्पियो में बैठकर दिल्ली गए। इन लोगों ने दिल्ली बॉर्डर पर जैन शिकंजी रेस्टोरेंट से मुश्ताक खान को स्कॉर्पियो में बैठा लिया। अपहरण कर उन्हें बिजनौर के मोहल्ला चाहशीरी स्थित एक मकान में रखा।
ऑटो वाले ने बताया मस्जिद का रास्ता मुश्ताक खान ने बताया कि मुझे लवी के घर बंधक बनाया था। मस्जिद में अजान सुनकर सुबह होने की जानकारी हुई। साहस किया और बंधनमुक्त होकर घर से बाहर निकला। रास्ते में टेंपो चालक मिला, जिसने मस्जिद तक जाने का रास्ता बताया। वहां पहुंचने के बाद लोगों ने मेरी मदद की। 21 नवंबर को गाजियाबाद में अपने दोस्त के घर पहुंचा। 22 नवंबर को मुंबई वापस पहुंच गया। बदमाशों ने दो दिन उन्हें बिजनौर में ही ढूंढा था। पुलिस को घटनाक्रम सुनाते-सुनाते मुश्ताक की आंखों में आंसू आ गये।
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