एरियर भुगतान के लिए शिक्षक ने शिक्षक से ही मांगे 20 हजार, एंटी करप्शन टीम ने रंगेहाथ पकड़ा
एंटी करप्शन सहारनपुर की टीम ने बीआरसी कार्यालय बनत पर आधार ऑपरेटर का पटल संभाल रहे सहायक अध्यापक दिनेश कुमार को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पर एरियर का भुगतान करने की एवज में सहायक शिक्षक विजय सिंह से रिश्वत लेने का आरोप है। थाना आदर्श मंडी पर आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गढ़ीपुख्ता क्षेत्र के गांव धनैना स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक विजय सिंह ने एंटी करप्शन सहारनपुर की टीम को शिकायत की थी। बताया था कि उसके एरियर का भुगतान करने की एवज में बीआरसी कार्यालय बनत पर आधार ऑपरेटर का कार्य देख रहे सहायक अध्यापक दिनेश कुमार निवासी गांव कुड़ाना ने खंड शिक्षा अधिकारी शामली कुमारी प्रिंसी के नाम पर 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी है। बातचीत करने पर 20 हजार रुपये में एरियर का भुगतान करना तय हुआ। शुक्रवार को सहारनपुर एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी को पकड़ने की योजना बनाई। विजय सिंह ने आरोपी दिनेश कुमार को 20 हजार रुपये रिश्वत के दिए, तभी एंटी करप्शन की टीम ने उसे दबोच लिया। इसके बाद टीम आरोपी को थाना आदर्श मंडी लेकर पहुंची, जहां उससे पूछताछ की। एंटी करप्शन के निरीक्षक त्रिवेंद्रपाल की तरफ से आरोपी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
छह साल से बीआरसी कार्यायल पर संबद्ध था दिनेश
आरोपी दिनेश कुमार निवासी गांव कुड़ाना की मूल तैनाती गांव फतेहपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर है। वह करीब छह साल से बीआरसी कार्यालय पर संबद्ध चल रहा था। इससे पहले वित्त लेखाधिकारी कार्यालय और उससे पहले बीएसए कार्यालय में भी संबद्ध रहा। वह अधिकारियों के करीबी होने के कारण कार्यालयों में ही कार्य करता रहा।
डेढ़ महीने से चक्कर काट रहा था शिक्षक
शिकायतकर्ता विजय सिंह ने बताया कि वर्ष 2023 में एक शिक्षिका की उन्होंने शिकायत कर विभागीय कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद शिक्षिका ने उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें वह निलंबित होने के साथ ही जेल गया था। जमानत पर आने के बाद उसने बीएसए कार्यालय में बहाली की मांग की थी। 25 नवंबर 2024 को उनकी बहाली हुई और 27 नवंबर 2024 से उन्होंने स्कूल में शिक्षण कार्य शुरू कर दिया। 28 नवंबर को उन्होंने निलंबन अवधि के समय के एरियर के करीब ढाई लाख रुपये के भुगतान के लिए ऑनलाइन आवेदन मानव संपदा पोर्टल पर किया था। तब से वह बीआरसी कार्यालय के चक्कर काट रहा था। वह बीआरसी कार्यालय में खंड शिक्षा अधिकारी प्रिंसी से भी मिला तो आरोप है कि उन्होंने दिनेश से मिलने के लिए कहा। दिनेश ने उससे एरियर के कुल भुगतान का 10 प्रतिशत रिश्वत मांगी थी।
आरोपी शिक्षक ने बीईओ पर लगाए आरोप
रिश्वत लेते पकड़े गए शिक्षक दिनेश कुमार ने कहा कि वह रोज की तरह बीआरसी कार्यालय पर पहुंचा तो बीईओ प्रिंसी ने उससे कहा कि शिक्षक विजय सिंह उन्हें कुछ देंगे, उसे लेकर रख लेना। विजय सिंह ने उन्हें लिफाफा दिया, उसने लिफाफे को खोलकर भी नहीं देखा था कि उसमें क्या है, इतने में ही विजिलेंस की टीम ने उसे पकड़ लिया। उसका कहना है कि कार्यालय व उसके बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। उसकी फुटेज से असलियत का पता चल जाएगा।
बीईओ ने आरोपों को बताया निराधार
बीईओ शामली प्रिंसी ने कहा कि आरोपी दिनेश कुमार से उनकी कोई बात नहीं हुई है और न ही उसने किसी से कुछ लेने को कहा। अपने ढाई साल के कार्यकाल में उसने जो भी पत्रावली उनके सामने आई है, सभी को समय से बीएसए कार्यालय को अग्रसारित किया है। आरोप निराधार हैं।
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