दिल्ली के LG की X पर पोस्ट से मचा बवाल, विपक्ष का BJP एवं LG पर चौतरफा का हमला

दिल्ली के LG की X पर पोस्ट से मचा बवाल, विपक्ष का BJP एवं LG पर चौतरफा का हमला
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के एक एक पोस्ट को एडिट करने को लेकर सियासी विवाद छिड़ गया है।दरअसल एलजी ने पहले एक्स पर एक पोस्ट किया,जिसमें स्टेशन पर अव्यवस्था और भगदड़ के कारण लोगों के मौत की बात को स्वीकार किया था और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी।हालांकि इसके कुछ ही मिनट बाद एलजी ने अपनी पोस्ट एडिट किया और मौत होने की बात को डिलीट कर दिया था। इसके बाद घटना को केवल दुर्भाग्यपूर्ण बता दिया। बता दें कि इस घटना में पांच बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
इसके बाद विपक्षी दलों ने इसकी आलोचना की। उन्होंने वीके सक्सेना और केंद्र पर हादसे को कमतर आंकने की कोशिश करने का आरोप लगाया। आम आदमी पार्टी ने इसे जिम्मेदारी से बचने की कोशिश बताया है। आम आदमी पार्टी ने एलजी के इस कदम की कड़ी आलोचना की।आप ने कहा कि यह दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना हैं, जिन्हें केंद्र सरकार ने नियुक्त किया है,दिल्ली में करोड़ों लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार और एलजी की है,यह ट्वीट साबित करता है कि वे अपनी जिम्मेदारी से भागने में कितने माहिर हैं,पहले उन्होंने स्वीकार किया कि भगदड़ हुई और यात्रियों की मौत हुई,बाद में अपने आकाओं को बचाने के लिए उन्होंने मौत का जिक्र हटाकर ट्वीट एडिट कर दिया।
पोस्ट से यात्रियों की मौत की बात हटा दी- आप के बयान में आगे कहा गया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुखद घटना के बाद इन्होंने पहले अपने ट्वीट में भगदड़ और यात्रियों के मौत होने की बात स्वीकारी की। इसके बाद अपने आकाओं को बचाने के लिए इन्होंने अपना ट्वीट ही एडिट कर दिया और इसमें यात्रियों के मौत होने की बात ही हटा दी। 15 से ज्यादा लोगों की जान चली गई और केंद्र सरकार-एलजी दुख जताना तो दूर इसे स्वीकार तक नहीं कर रहे हैं। इनकी नाकामी का इससे शर्मनाक नमूना और कुछ नहीं हो सकता है। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इस घटना को दबाने की कोशिश कर रही है। संजय सिंह ने कहा कि कुछ चश्मदीदों ने दावा किया है कि मरने वालों की संख्या सरकारी आंकड़ों से ज्यादा है, सरकार इस घटना को नकारने में लगी है। आखिर कब तक सरकार की यह टालमटोल और असंवेदनशीलता जारी रहेगी, रेलवे मंत्री और सरकार की जिम्मेदारी कब तय होगी।
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी रेलवे अधिकारियों के पोस्ट के साथ वीके सक्सेना के ऑरिजिनल और एडिट ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी पर सवाल उठाया। भगदड़ शनिवार रात करीब 9:55 बजे उस समय मची जब हजारों यात्री प्लेटफार्म 12, 13 और 14 पर जमा हो गए थे, जिनमें से कई लोग महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने के लिए ट्रेनों में चढ़ने का प्रयास कर रहे थे।
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