देश के करोड़ों UPI यूजर्स के लिए अच्छी खबर है। अब यूपीआई से ट्रांजैक्शन फेल या पैसा अटकने पर रिफंड के लिए कई दिनों तक इंतजार नहीं करना होगा। झट से पैसा मिल जाएगा। दरअसल, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने अब चार्जबैक अनुरोधों के लिए स्वीकृति और अस्वीकृति प्रक्रिया को ऑटोमेटेड कर दिया है। अगर आपको UPI ट्रांजेक्शन फेल हो गया है और आपको अभी तक रिफंड नहीं मिला है, तो आपको अपने बैंक से चार्जबैक रिक्वेस्ट करनी होती है। आपके बैंक द्वारा उठाया गया यह रिक्वेस्ट अब पहले से ज्यादा तेजी से निपटाया जाएगा, क्योंकि इसे स्वीकार या अस्वीकार करने की प्रक्रिया ऑटोमेटेड हो गई है। यानी प्रक्रिया तेज होने से रिफंड कम समय में जारी होगा। यह प्रक्रिया आज यानी 15 फरवरी से शुरू हो गई है।
10 फरवरी, 2025 को जारी एक सर्कुलरमें एनपीसीआई ने कहा है कि नए नियम के तहत, लाभार्थी बैंकों द्वारा दाखिल किए गए ट्रांजेक्शन क्रेडिट कन्फर्मेशन (टीसीसी) या रिटर्न रिक्वेस्ट (आरईटी) के आधार पर चार्जबैक अनुरोध या तो ऑटोमेटेड रूप से स्वीकार या अस्वीकार कर दिए जाएंगे। TCC या RET लेन-देन की स्थिति के बारे में संचारक के रूप में कार्य करता है, यह दर्शाता है कि पैसा लाभार्थी बैंक के पास है या नहीं। यदि पैसा पहले से ही लाभार्थी बैंक के पास है, तो लेन-देन सफल माना जाता है, और चार्जबैक अनुरोध की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर किसी कारण से लाभार्थी बैंक में पैसा जमा नहीं किया जा सका, तो इसे प्रेषक बैंक के ग्राहक को वापस कर दिया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में पहले मैन्युअल मिलान शामिल था। अब इसे ऑटोमेटेड कर दिया गया है।
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